अक्टूबर में सेमी हाई स्पीड ट्रेन का एक और ट्रायल
नई दिल्ली से आगरा के बीच प्रस्तावित सेमी हाई स्पीड का एक और ट्रायल अक्टूबर के पहले हफ्ते में होगा। जिससे समयबद्धता का सटीक पता लगाया जा सके। ट्रेन का तीसरा और समयबद्धता का दूसरा ट्रायल होगा। नई दिल्ली-आगरा तक देश की सबसे तेज ट्रेन चलने जा रही है। नवंबर से प्रस्तावित ट्रेन के दो ट्रायल हो चुके हैं, जिसमें ट्रेन को 160 किमी
लखनऊ। नई दिल्ली से आगरा के बीच प्रस्तावित सेमी हाई स्पीड का एक और ट्रायल अक्टूबर के पहले हफ्ते में होगा। जिससे समयबद्धता का सटीक पता लगाया जा सके। ट्रेन का तीसरा और समयबद्धता का दूसरा ट्रायल होगा।
नई दिल्ली-आगरा तक देश की सबसे तेज ट्रेन चलने जा रही है। नवंबर से प्रस्तावित ट्रेन के दो ट्रायल हो चुके हैं, जिसमें ट्रेन को 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलाया गया था। रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) की टीम ने जांच की तो 65 फीसद रास्ते पर ट्रेन की स्पीड 160 किमी रही। नई दिल्ली से आगरा तक ट्रेन को पहुंचने में 103 मिनट और वापसी में 100 मिनट लगे थे, जबकि रेलवे 90 मिनट तक सफर पूरा करने के प्रयास में है। इसे देखते हुए कर्व की शार्पनेस को कम किया जा रहा है। कॉशन ऑर्डर को हटाने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे ट्रेन की स्पीड बरकरार रहे। अब ट्रेन के एक और ट्रायल की तैयारी चल रही है। यह ट्रायल अक्टूबर के पहले सप्ताह में होगा।
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व के ट्रायल के कोच का इस बार भी इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तीसरे ट्रायल में कई नई डिवाइस भी ट्रेन में लगी होंगी।
ड्राइवरों को वार्निंग देने में सफल रहा सिस्टम
नई दिल्ली से मथुरा के बीच ट्रेन प्रोटेक्शन वार्निंग सिस्टम का ट्रायल कल पूरा हो गया। पिछले तीन दिनों से चल रहे ट्रायल में हर दिन 35 इंजनों में डिवाइस लगाई गई और स्पीड को चेक किया गया। ट्रायल में सिस्टम सटीक मिला है। 130 किमी प्रति घंटा की रफ्तार वाली ट्रेनों में सिस्टम काम कर सकता है।