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बरसी पर कवाल में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

मुजफ्फरनगर के कवाल में ग्रामीणों ने शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करने का वायदा किया है। कवाल कांड की बरसी पर कानून-व्यवस्था बनाए रखना पुलिस-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। रणनीति तैयार करने के लिए बीती रात एडीजी लॉ एंड आर्डर ने मेरठ व सहारनपुर जोन के अधिकारियों के साथ मुजफ्फरनगर में बैठक की और कड़ी चौकसी के निर्देश दिए। गौरतलब है कि कवाल में पिछले साल

By Edited By: Published: Wed, 27 Aug 2014 10:57 AM (IST)Updated: Wed, 27 Aug 2014 11:22 AM (IST)
बरसी पर कवाल में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

लखनऊ। मुजफ्फरनगर के कवाल में ग्रामीणों ने शांति बनाए रखने में प्रशासन का सहयोग करने का वायदा किया है। कवाल कांड की बरसी पर कानून-व्यवस्था बनाए रखना पुलिस-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। रणनीति तैयार करने के लिए बीती रात एडीजी लॉ एंड आर्डर ने मेरठ व सहारनपुर जोन के अधिकारियों के साथ मुजफ्फरनगर में बैठक की और कड़ी चौकसी के निर्देश दिए। गौरतलब है कि कवाल में पिछले साल छेड़छाड़ को लेकर विवाद में अल्पसंख्यक युवक की हत्या के प्रतिशोध में दो युवकों की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पंचायत से लौट रहे लोगों पर हिंसा के बाद पूरा जिला दंगे की आग में जल उठा था।

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बरसी की तैयारी

मुजफ्फरनगर के कवाल में अलपसंख्यकों और बहुसंख्यकों की शांति व्यवस्था कायम रखने की तैयारी हो चुकी है। बहुसंख्यकों की बैठक में सचिन-गौरव की पुण्यतिथि के दिन किसी भी सूरत में गांव की शांति भंग न होने देने का निर्णय लिया गया था। यह मामला गांव में मुस्लिम समाज में यह मुद्दा चर्चा का विषय बना रहा। समाज के कुछ लोगों ने गत वर्ष हुई तोड़फोड़ को देखते प्रशासन से सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों की मांग की थी। गांव के चौराहे पर चर्चा में मशगूल मुस्लिमों ने बहुसंख्यक वर्ग के लोगों के निर्णय का स्वागत किया है।

गांव बरसी मनाने की तैयारियां हो रही है। के प्रधान कवाल महेंद्र सैनी ने बताया कि ट्रैक्टर ट्राली जैसे खुले वाहन बाइपास से निकल जायें जबकि कार, बाइक जैसे वाहन कवाल के अंदर से होकर निकाल लिये जायें। इससे व्यवस्था भी बनी रहेगी और किसी को दिक्कत भी नहीं होगी। सारे गांव के लोग यही चाहते हैं कि फिर से कोई बखेड़ा न खड़ा हो। सब लोग मिल जुलकर रहें, सबकी यही मंशा है।

पीड़ित परिवारों से सहानुभूति: एडीजी

एडीजी लॉ एंड आर्डर मुकुल गोयल ने मुखातिब कहा कि कवाल कांड और शामली में घटनाओं मे जिन परिवार के लोगों की लेकर मौत हुई थी, उनके परिवारों के साथ हमारी पूरी सहानुभूति है। इन लोगों को बरसी मनाने का पूरा अधिकार है और इस पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। न ही इस बात को लेकर किसी को कोई आपत्ति होनी चाहिए। सभी शांति व्यवस्था से अपना कार्यक्रम पूरा करें। एडीजी ने चेतावनी दी कि कोई भी भावनाओं को भड़काने का प्रयास न करें, वरना उसे बख्शा नहीं जाएगा।

कानून-व्यवस्था से समझौता नहीं

कानून-व्यवस्था बनाए रखना पहली प्राथमिकता है और इससे कोई समझौता नहीं किया जाएगा। पुलिस और प्रशासन ने अपनी तैयारी कर ली है। अतिरिक्त पुलिस फोर्स भी दिया मुजफ्फरनगर को दूसरे जनपदों से अतिरिक्त फोर्स दिया गया है। पीएसी और आरएएफ को भी लगाया गया है। जरूरत पड़ी तो और फोर्स भी दिया जाएगा। सारा कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने की पूरी तैयारी है।


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