Move to Jagran APP

अधिकारियों की कमी के चलते बाधित हो रही है व्यापमं की जांचः सीबीआइ

सीबीआइ ने सुप्रीमकोर्ट से कहा है कि ढांचागत संसाधनों और अधिकारियों की कमी के चलते व्यापम घोटाले की जांच बुरी तरह से बाधित हो रही है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Fri, 09 Oct 2015 02:46 AM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2015 03:07 AM (IST)
अधिकारियों की कमी के चलते बाधित हो रही है व्यापमं की जांचः सीबीआइ

माला दीक्षित, नई दिल्ली। सीबीआइ ने सुप्रीमकोर्ट से कहा है कि ढांचागत संसाधनों और अधिकारियों की कमी के चलते व्यापम घोटाले की जांच बुरी तरह से बाधित हो रही है। सीबीआइ अधिकारियों के न तो बैठने की जगह है और न ही दस्तावेज रखने की। सीबीआइ ने ये बात व्यापम घोटाले की जांच के बारे में सुप्रीमकोर्ट में आज दाखिल अपने ताजा हलफनामे में कही है। व्यापम घोटाले पर सुप्रीमकोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा।

loksabha election banner

सीबीआइ ने ढांचागत संसाधनों और स्टाफ की कमी का रोना एक बार फिर रोया है। एजेंसी ने कहा है कि वह 29 जुलाई को कोर्ट को बता चुकी है कि उसके पास संसाधनों और स्टाफ की भारी कमी है और एक बार फिर बताना चाहती है कि वह अभी भी इस समस्या से जूझ रही है। एजेंसी ने कहा है कि अभी 30 जांच अधिकारी 25 सब इंस्पेक्टरों की मदद से व्यापम घोटाले और इस मामले से जुड़े लोगों की मौत की जांच कर रहे हैं। ये लोग तय समय में जांच पूरी करन के लिए जी जान से जुटे हैं लेकिन सहयोगी स्टाफ स्टैनोग्राफ्रर, टाइपिस्ट और सिपाहियों की कमी के कारण जांच में बाधा आ रही है।

पढ़ेंः व्यापमं घोटाला: झांसी में बेहोश पाए गए CBI जांच अधिकारी

मध्यप्रदेश सरकार ने व्यापम की जांच के लिए भोपाल में सीबीआइ को दो दफ्तर दिये हैं लेकिन इन दोनों दफ्तरों में गत 4 अक्टूबर तक निर्माण और मरम्मत का काम जारी था। इसके अलावा ग्वालियर में भी आज तक उचित संसाधन नहीं मिले हैं जहां कि सीबीआइ 50 मामलों की जांच कर रही है। संसाधनों की कमी के कारण जांच में गंभीर रुकावट आ रही है। भोपाल में सीबीआई की एसीबी शाखा में जांच अधिकारियों के बैठने व गवाहों के परीक्षण तथा दस्तावेजों को रखने की उचित जगह नहीं है।

सीबीआइ ने कहा है कि वह व्यापम मामले से जुड़ी मौतों की जांच की रिपोर्ट सील कवर में कोर्ट को सौंपेगी। इसके अलावा व्यापम के अन्य मामलों की जांच की अब तक हुई प्रगति का ब्योरा दिया गया है। जिसमें कहा है कि एसटीएफ-एसआइटी द्वारा दर्ज कुल 107 लंबित मामलों में से 106 मामलों में सीबीआइ ने एफआइआर दर्ज कर दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए हैं। ग्वालियर के एक मामले में अभियुक्त बरी हो गए हैं जिसमें मध्य प्रदेश सरकार ने हाईकोर्ट में अपील कर रखी है।

सीबीआइ आगे की कार्रवाई के लिए अपील के दस्तावेजों की जांच कर रही है। इसके अलावा जिन 78 मामलों में एसटीएफ ने चार्जशीट दाखिल कर रखी है उन्हें भी सीबीआइ ने अपने हाथ में ले लिया है। उन मामलों की जांच के बाद 6 नई एफआइआर दर्ज की गई हैं। इस तरह सीबीआइ ने अभी तक कुल 112 एफआइआर दर्ज की हैं। कोर्ट के निर्देशानुसार अदालत में मामलों की पैरवी के लिए विशेष लोकअभियोजकों की नियुक्ति का काम चल रहा है। कुल 24 अदालतों में वकीलों की नियुक्ति की प्रक्रिया चार सप्ताह में पूरी हो जाएगी।

पढ़ेंः व्यापम घोटाला : एमपी के गर्वनर के पूर्व ओएसडी के घर छापा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.