चुनाव के गुर सीखने आए 19 देशों के नुमाइंदे
दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी कवायद के बीच 1
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। दुनिया की सबसे बड़ी चुनावी कवायद के बीच 19 देशों ने अपने नुमाइंदों को भारत में चुनाव प्रबंधन के गुर सीखने के लिए भेजा है। नेपाल, बांग्लादेश, कजाखिस्तान, किर्गिस्तान समेत विभिन्न मुल्कों के 30 अधिकारी जमीनी स्तर पर भी भारतीय चुनाव आयोग से सीख ले रहे हैं। इसके अलावा कई मुल्कों ने भारत से इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया है।
विदेश मंत्रालय के भारतीय तकनीकी शिक्षा सहयोग कार्यक्रम के तहत बीते एक साल से चल रही प्रशिक्षण योजना अब तक दक्षिण एशिया, लातिन अमेरिका और अफ्रीका के अनेक मुल्क अपने नुमाइंदों को भेज चुके हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस वक्त 9-23 अप्रैल के बीच तीसरे दौर का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके लिए भूटान, श्रीलंका, कांगो, इथियोपिया, घाना, जॉर्जिया, फलस्तीन, सूडान, तजाकिस्तान, लेबनान आदि देशों ने अपने यहां चुनाव प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों को भारत भेजा है।
कई देशों की ओर से भारत को इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन मुहैया कराने का भी आग्रह मिला है। सूत्रों के अनुसार प्रयोग के तौर पर दो देशों को मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। उल्लेखनीय है कि भारत में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव आयोजनों की साख देखते हुए दुनिया के कई मुल्क भारतीय चुनाव आयोग के अधिकारियों को बतौर पर्यवेक्षक बुलाते हैं। अपने चुनाव अनुभवों को साझा करने के लिए आयोग ने भारतीय लोकतंत्र और चुनाव प्रबंधन संस्थान की स्थापना भी की है।
भारत में चुनाव के दौरान निशानदेही के लिए लगाई जाने वाली स्याही भी कई देशों में निर्यात की जाती है। सिल्वर नाइट्रेट से बनने वाली इस स्याही का निर्माण मैसूर पेंट्स एंड वार्निश कंपनी में किया जाता है।