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अब ऑनलाइन अंगदान करना हुआ आसान

अंगदान और अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम को व्यवस्थित करने के लिए सफदरजंग अस्पताल में बनाए जा रहे राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोटो) की वेबसाइट की अधिकारिक रूप से शुरुआत कर दी गई। लोग नोटो की वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन अंगदान के लिए पंजीकरण करा सकते हैं।

By Sumit KumarEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2015 02:09 PM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2015 02:18 PM (IST)
अब ऑनलाइन अंगदान करना हुआ आसान

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। अंगदान और अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम को व्यवस्थित करने के लिए सफदरजंग अस्पताल में बनाए जा रहे राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (नोटो) की वेबसाइट की अधिकारिक रूप से शुरुआत कर दी गई। लोग नोटो की वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन अंगदान के लिए पंजीकरण करा सकते हैं। इसके जरिए अंगदान करना आसान हो जाएगा। अंगदान को बढ़ावा देने के लिए सफदरजंग अस्पताल में राष्ट्रीय अंगदान दिवस मनाया गया।

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सम्मेलन में छत्तीसगढ़, हरियाणा, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, असम, महाराष्ट्र, कर्नाटक सहित कई राज्यों के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने पहुंचकर अंगदान और अंग प्रत्यारोपण पर चर्चा की। इसका मकसद देशभर के अस्पतालों के बीच नेटवर्किंग विकसित करना है। नोटो के अधीन पांच क्षेत्रीय केंद्र और छह राज्यस्तरीय केंद्र विकसित किए जाने हैं। यह सभी केंद्र नोटो से जोड़े जाएंगे।

इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव बीपी शर्मा ने अंगदान को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता पर जोर दिया। नोटो की वेबसाइट शुरू करने के बाद स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. जगदीश प्रसाद ने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) जैसे संगठन अंगदान के लिए लोगों को जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

ऑनलाइन जारी होगा डोनर कार्ड
अंगदान के लिए किसी अस्पताल या शिविर में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यदि अंगदान करने की इच्छा हो तो नोटो की वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण के लिए फार्म भरा जा सकता है। ऐसा करने पर ऑनलाइन ही डोनर कार्ड जारी हो जाता है। अंगदान के लिए दो गवाहों की जरूरत पड़ती है। ऐसे में गवाही के लिए ऑनलाइन फार्म डाउनलोड कर उसे भरने के बाद दो गवाहों का हस्ताक्षर कराकर डाक के जरिए नोटो कार्यालय भेजा जा सकता है।

कॉल सेंटर भी शुरू
नोटो में कॉल सेंटर ने काम करना शुरू कर दिया है। कॉल सेंटर में फोन कर अंगदान की प्रक्रिया की जानकारी ले सकते हैं। इसके अलवा लोग कॉल सेंटर के जरिए दिल्ली में अंग प्रत्यारोपण करने वाले केंद्रों की जानकारी भी हासिल कर सकते हैं।

रोटो और सोटो के विकास पर चर्चा
राष्ट्रीय अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम के प्रोग्राम अधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि सम्मेलन में दूसरे राज्यों से आए अधिकारियों के साथ क्षेत्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (रोटो) और अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (सोटो) के विकास पर चर्चा की गई। ताकि उनका विकास हो सके।

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