सुकमा हमला: अब सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान खाना नहीं खाएंगे जवान
सीआरपीएफ के आला अधिकारियों ने बताया कि नक्सली मोर्चे पर सबसे ज्यादा मौत जवानों के खाना खाने के दौरान हुई हैं। इसको देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
नईदुनिया, रायपुर। नक्सली मोर्चे पर सर्चिंग कर रहे जवानों द्वारा अब फील्ड में खाना खाने पर रोक लगा दी गई है। सीआरपीएफ के आला अधिकारियों की बैठक के बाद यह फरमान जारी किया गया कि कोई भी जवान ड्यूटी के दौरान खाना नहीं खाएगा। जवानों की ड्यूटी टाइम में बदलाव किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि नई टुकड़ी के मौके पर पहुंचने के बाद मोर्चे पर तैनात जवान वापस कैंप लौटेंगे और वहीं खाना खाएंगे। सीआरपीएफ के आला अधिकारियों ने बताया कि नक्सली मोर्चे पर सबसे ज्यादा मौत जवानों के खाना खाने के दौरान हुई हैं। इसको देखते हुए यह तय किया गया है कि जवान कैंप में वापस आने के बाद ही खाना खाएंगे।
सूत्रों की मानें तो कुछ जवानों ने शिकायत की थी कि समय पर खाना नहीं मिलता है। अब तय किया गया है कि जवान छह घंटे ड्यूटी पर रहेंगे। छोटी-छोटी टुकडि़यां बनाई जाएंगी। फील्ड में तैनात जवानों को सिर्फ नाश्ता उपलब्ध कराया जाएगा। एसओपी का पालन करते हुए सभी जवान एक साथ नाश्ता भी नहीं करेंगे। 20 फीसदी जवान नाश्ता करेंगे और 80 फीसद मोर्चे पर मुस्तैद रहेंगे।
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