उत्तर कोरिया किसी भी वक्त कर सकता है न्यूक्लियर टेस्ट, तैयारी लगभग पूरी
उत्तर कोरिया जल्द ही एक और न्यूक्लियर टेस्ट करने वाला है। इसको लेकर काफी हद तैयारी भी कर ली गई है। अमेरिका समेत दक्षिण कोरिया की भी निगाहें इस टेस्ट पर लगी हैं।
वाशिंगटन (एएफपी)। अपने पिछले मिसाइल टेस्ट में विफल होने के बाद उत्तर कोरिया एक बार फिर से न्यूक्लियर टेस्ट की तैयारी में जुट गया है। सैटेलाइट से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तर कोरिया ने इसकी तैयारी काफी हद तक पूरी भी कर ली है। सैटेलाइट इमेज में प्योंग-री न्यूक्लियर टेस्ट साइट पर भारी वाहनों के साथ कुछ अन्य सामग्री भी देखी गई है। इसके आधार पर ही अमेरिका ने कहा है कि उत्तर कोरिया एक बार फिर से न्यूक्लियर टेस्ट की तैयारी कर रहा है जो कुछ ही दिनों में किया जाना है।
अमेरिका का कहना है कि जो चीजें इस न्यूक्लियर टेस्ट साइट पर दिखाई दे रही हैं वह इस तरह के टेस्ट को करने के लिए जरूरी होती हैं। जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक इस टेस्ट को लेकर उत्तर कोरिया ने डाटा कलेक्शन से लेकर इसके प्रोसेसिंग की तैयारी पूरी कर ली है। पिछले सप्ताह अमेरिकी सेना द्वारा भी इस तरह का बयान दिया गया था जिसमें उत्तर कोरिया द्वारा जल्द ही एक परमाणु परीक्षण करने की आशंका जताई गई थी। उत्तर कोरिया द्वारा किए जाने वाले इस टेस्ट का मकसद लंबी दूरी की परमाणु क्षमता युक्त मिसाइल तैयार करना है जो अमेरिका तक मार कर सके। इसी मकसद से वह पिछले करीब दो वर्षों से लगातार इस तरह के परीक्षण कर रहा है।
सैटेलाइट इमेज से यह बात काफी पुख्ता हो रही है कि इस साइट पर उत्तर कोरिया जल्द ही कोई बड़ा परमाणु परीक्षण करने वाला है। हालांकि इसके जानकार यह भी मान रहे हैं कि वह पूरी तरह से पुख्ता होकर अभी इसपर कुछ नहीं कह सकते हैं। जानकार कहते हैं कि उत्तर कोरिया भी इस बात को बखूबी जानता है कि उसपर पूरी दुनिया की निगाहें लगी हैं। वहीं सियोल ने भी कहा है कि वह इस परीक्षण पर अपनी निगाहें बनाए हुए है। दक्षिण कोरिया का कहना है कि उत्तर कोरिया कभी भी यह परीक्षण कर सकता है। गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध के बाद भी उसने पहला परमाणु परीक्षण वर्ष 2006 में किया था।
इस न्यूक्लियर टेस्ट की तैयारियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति की चिंता बढ़ा दी है। ट्रंप ने इस बाबत एक ट्वीट कर लिखा है कि उत्तर कोरिया इंटर कांटिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल बनाने के प्रयास कर रहा है। इस वजह से उसने वर्ष 2016 में कई मिसाइल परीक्षण किए थे। इसी वजह से उसने हाल ही में चार रॉकेट परीक्षण किए थे। यह केवल अमेरिका पर हमला करने का टेस्ट मात्र था, जिसमें वह विफल रहा।
रूस की जिरकोन मिसाइल ने उड़ाए अमेरिका के होश, इसकी स्पीड है 7400 KMPH