नोएडा से आगरा तक दौड़ेगी मोनो रेल
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ताजनगरी पर मेहरबान हैं। सड़क मार्ग के बाद नोएडा से आगरा का सफर आसान होने जा रहा है। दोनों शहरों को जोड़ने के लिए सिडनी (आस्ट्रेलिया) की तर्ज पर नोएडा से आगरा तक मोनो रेल चलाने की तैयारी है।
अमित दीक्षित, आगरा। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ताजनगरी पर मेहरबान हैं। सड़क मार्ग के बाद नोएडा से आगरा का सफर आसान होने जा रहा है। दोनों शहरों को जोड़ने के लिए सिडनी (आस्ट्रेलिया) की तर्ज पर नोएडा से आगरा तक मोनो रेल चलाने की तैयारी है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी, जिस पर अब प्रयास तेज हो गए हैं।
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे (आगरा-लखनऊ) से ग्रेटर नोएडा से लखनऊ से वैसे भी छह लेन से जुड़ जाएगा। इसका निर्माण दो साल के भीतर पूरा हो जाएगा। जबकि रहनकलां, आगरा में थीम पार्क भी प्रस्तावित है। फिलहाल, जमीन की अधिग्रहण का कार्य चल रहा है। इस सबके बीच प्रदेश सरकार नोएडा से आगरा तक मोनो रेल चलाने जा रही है।
मोनो रेल का ट्रैक यमुना नदी के पूर्वी तट से होकर बिछाया जाएगा, जो करीब 200 किलोमीटर का होगा। 19 नवंबर को लखनऊ में बोर्ड की बैठक के बाद हाई पॉवर कमेटी की बैठक हुई। जिसमें मोनो रेल के प्रस्ताव पर मंथन किया गया। मोनो रेल से नोएडा स्थित महामाया फ्लाई ओवर को लिंकअप किया जाएगा, फिर यह नाइट सफारी, बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट, इंटरनेशनल क्रिकेट ग्राउंड, मथुरा होते हुए आगरा तक आएगी। इसके लिए ट्रैक बिछाया जाएगा।
मोनो रेल चलने से आगरा के आसपास और तेजी से विकास होगा। कुछ माह पहले ही सरकार ने नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (एनएमआरसी) का गठन किया है। एनएमआरसी नोएडा में मेट्रो रेल के बाद मोनो रेल को आगे बढ़ाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। जिसके बाद एनएमआरसी ने मोनो रेल की प्रक्रिया तेज कर रही है।
इन्होंने कहाः
सबसे पहले ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे पर काम चल रहा है। फिर नोएडा से आगरा तक मोनो रेल पर ध्यान दिया जाएगा। मोनो रेल से आगरा को फायदा होगा।
आलोक रंजन, मुख्य सचिव