सरकार ने कहा, एच1बी वीजा पर आईटी पेशेवरों को चिंता करने की जरूरत नहीं
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि पेशेवरों के लिए एच1बी वीजा और ए1वीजा से संबंधित चार बिल अमेरिकी कांग्रेस में लाए गए लेकिन कोई भी पास नहीं हुआ।
नई दिल्ली, जेएनएन। केन्द्र ने गुरूवार को कहा है कि अमेरिका में काम कर रहे आईटी पेशेवरों को एच1बी वीजा में कटौती या फिर नौकरी के ख़तरे से चिंता की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस पूरे मामले पर ट्रंप प्रशासन से भारत सरकार बातचीत कर रही है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि पेशेवरों के लिए एच1बी वीजा और ए1वीजा से संबंधित चार बिल अमेरिकी कांग्रेस में लाए गए लेकिन कोई भी पास नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि सरकार अमेरिका के साथ शीर्ष स्तर पर लगातार बातचीत कर रही थी ताकि भारतीयों और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के पेशेवरों के हित प्रभावित ना हो। स्वराज ने आगे कहा कि सरकार कदम उठा रही थी ताकि मौजूदा स्वरूप में एच1बी और एल1वीजा से जुड़े चार बिल ना पास हो पाए।
विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों से विदेश सचिव एस. जयशंकर मिले जिन्होंने भारतीयों की तारीफ की थी। उन्होंने आगे कहा कि इसलिए फिलहाल इस बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है। सुषमा ने कहा, हमारी तरफ से यह बात उन्हें बता दी गई है कि भारतीय आईटी पेशेवर नौकरियां नहीं छीन रहे हैं बल्कि वह मजबूती के साथ अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अपना योगदान दे रहे हैं। ऱाज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सांसदों की तरफ से व्यक्त की गई चिंताओं पर जवाब देते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि यह कहना उचित नहीं होगा कि ट्रंप प्रशासन के सत्ता में आने के बाद अमेरिकी नीति में परिवर्तन हुआ है।