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नेहरू जयंती समारोह में मोदी को निमंत्रण नहीं

देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन का अखाड़ा बन गई है। इस अवसर पर सरकार के कार्यक्रमों के मुकाबले कांग्रेस ने दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन बुलाया है। नेहरू की विरासत और उनके विश्व दर्शन पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी की ओर से 17 और

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Wed, 12 Nov 2014 02:56 AM (IST)Updated: Wed, 12 Nov 2014 03:00 AM (IST)
नेहरू जयंती समारोह में मोदी को निमंत्रण नहीं

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती राजनीतिक शक्ति प्रदर्शन का अखाड़ा बन गई है। इस अवसर पर सरकार के कार्यक्रमों के मुकाबले कांग्रेस ने दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन बुलाया है। नेहरू की विरासत और उनके विश्व दर्शन पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी की ओर से 17 और 18 नवंबर को दो दिन के आयोजन में दुनियाभर के 54 नेताओं को बुलाया गया है। भारत से भी कई राजनीतिक नेताओं को आमंत्रित किया गया है। लेकिन, राजनीतिक प्रतिशोध की राह में खड़ी कांग्रेस ने जामा मस्जिद के शाही ईमाम की तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रित नहीं किया है। इस पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि कांग्रेस प्रधानमंत्री का अपमान कर रही है। गौरतलब है कि कांग्रेस ने इससे पहले मोदी मंत्रिमंडल के पहले विस्तार का भी बहिष्कार किया था। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री पर्यटक हैं और इस दौरान वह दस दिन की विदेश यात्रा पर होंगे।'

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वेबसाइट में वाजपेयी को जगह

मोदी को लेकर तीखे तेवर दिखाने वाली कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को इस कार्यक्रम के लिए बनाई गई वेबसाइट में जगह दी है। पार्टी ने वाजपेयी द्वारा नेहरू की प्रशंसा में कहे गए कथन को उनकी तस्वीर के साथ जगह दी है।

सरकार से टक्कर लेने की तैयारी

नेहरू पर अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम से पूरे एक साल देर से जागी कांग्रेस इस आयोजन के जरिए सरकार से टक्कर लेने की तैयारी में है। मोदी सरकार पहले ही नेहरू जयंती पर कई कार्यक्रमों की घोषणा कर चुकी है। संस्कृति मंत्रालय ने 20 करोड़ का फंड दिया है। इन आयोजनों के लिए बनाई गई कमेटी में नेहरू-गांधी परिवार का कोई सदस्य नहीं है।

मोदी के मुकाबले राहुल

लोकसभा चुनावों के दौरान अपने उपाध्यक्ष को मोदी के बरक्स खड़ा करने से बच रही कांग्रेस ने नेहरू जन्मशताब्दी कार्यक्रम के जरिए राहुल को विश्व के सामने एक नेता के रूप में खड़े करने का फैसला किया है। इस कार्यक्रम में राहुल कांग्रेस के 'नौरत्नों' का नेतृत्व करते नजर आएंगे। इस मंच पर राहुल क्या बोलेंगे इस पर सभी की निगाहें होंगी, क्योंकि लगभग इसी समय प्रधानमंत्री मोदी भी आस्ट्रेलिया में दुनिया के सामने अपनी बात रख रहे होंगे। कार्यक्रम को विश्वस्तरीय बनाने में जुटी कांग्रेस ने दुनिया भर के महत्वपूर्ण लोगों को आमंत्रित किया है। इनमें से साठ से अधिक अतिथियों ने अपनी सहमति भी दे दी है।

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'हमने प्रधानमंत्री को आमंत्रित नहीं किया है। हमने उन सभी को आमंत्रित किया है, जो वाकई लोकतंत्र और नेहरू के विचारों में भरोसा रखते हैं।' -आनंद शर्मा, कांग्रेस प्रवक्ता

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'प्रधानमंत्री का हृदय विशाल है। सरकार बदलने के बावजूद मोदी नेहरू जयंती पर बड़े आयोजन का समर्थन कर रहे हैं। कांग्रेस के लोग संकीर्ण मानसिकता के हैं।' -नजमा हेपतुल्ला, केंद्रीय मंत्री

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