नीतीश ने कहा- अनाप-शनाप बोलता विपक्ष, तेजस्वी गरजे- किसी के बाप की जागीर नहीं बिहार
मुजफ्फरपुर में शनिवार को जीविका के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शामिल थे। दोनों ने विपक्ष की जमकर खबर ली।
पटना। पुलिस लाइन में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने विपक्ष पर प्रहार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। नीतीश ने कहा कि शराबबंदी की सफलता से विपक्ष की नींद उड़ गई है, इसलिए वह अनाप-शनाप बयान दे रहा है। विपक्ष के राष्ट्रपति शासन की मांग पर तेजस्वी ने कहा कि बिहार किसी के बाप की जागीर नहीं है कि राष्ट्रपति शासन लगा दे।
'जीविका' की सदस्यों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश की निगाह बिहार की तरफ है। सफल शराबबंदी का देशभर में अच्छा संदेश गया है। इससे विरोधियों की नींद उड़ गई है। वे अनाप-शनाप बयान देकर बिहार का पीछे धकेलना चाह रहे हैं।
'जीविका' की महिलाओं से मुखातिब नीतीश कुमार ने कहा कि आपके सहयोग से यह संकल्प पूरा हुआ है। महिलाओं की यह सोच बिहार की नई मौन क्रांति जैसी है। इससे बिहार आग बढकर पूरे देश को रास्ता दिखाएगा।
कहा, बिहार के लोग हर साल 13 से 14 हजार करोड़ रुपये की शराब पी जाते थे। परिवार की बर्बादी अलग। अब वह पैसा परिवार में लगेगा तो सबका विकास होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं का विकास देखकर विपक्ष के पेट में दर्द हो रहा है। पंचायत चुनाव में 50 फीसद आरक्षण के बाद अब महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35 फीसद आरक्षण दिया जा रहा है। एक महिला की नौकरी का फायदा पूरे परिवार को होता है।
नीतीश बोले, महिलाओं के विकास से समाज बदल रहा है। बिहार में यह मौन क्रांति है। इसका असर भी दिखने लगा है।
कानून-व्यवस्था की स्थिति पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि बिहार में अपराध लगातार घट रहा है। जिन घटनाओं की ढोल पीटी जा रही है, उनकी पोल खोली जा चुकी है। अपराधी जेल जा रहे हैं। अब विकास की गाडी दौड़ पडी है, जिसे कोई रोक नहीं सकता है।
कार्यक्रम को संबाेधित करते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी विपक्ष पर जमकर बरसे। कानून-व्यवस्था की हालत पर विपक्ष के हमले व राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग पर तेजस्वी ने कहा कि बिहार किसी की जागीर नहीं है कि जब मन हो राष्ट्रपति शासन लगा दे। उन्होंने विपक्ष के बहाने केंद्र को चुनौती देते हुए कहा कि यहां कोई राष्ट्रपति शासन लगा कर तो देखे।
कार्यक्रम से जाते समय मुख्यमंत्री को स्थानीय पासी समाज के विरोध का सामना करना पड़ा। उन्होंने ताडी पर प्रतिबंध लगाने के विरोध में हंगामा और प्रदर्शन किया।