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बिहारी स्वाभिमान रौंदने वालों के साथ नीतीश कर रहे रैली : सुमो

पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने कहा कि बिहार के मान-सम्मान और स्वाभिमान को मिट्टी में मिलाने वालों से हाथ मिलाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वाभिमान रैली कर रहे हैं।

By Pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2015 08:00 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2015 08:03 PM (IST)
बिहारी स्वाभिमान रौंदने वालों के साथ नीतीश कर रहे रैली : सुमो

पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने कहा कि बिहार के मान-सम्मान और स्वाभिमान को मिट्टी में मिलाने वालों से हाथ मिलाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वाभिमान रैली कर रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि सत्ता बचाने के लिए वे उस लालू प्रसाद के पैर पर गिरे, जिनके 15 साल के राज में लाखों बिहारियों को स्वाभिमान गंवाकर मजबूरी में दूसरे राज्यों में जाकर मेहनत-मजदूरी करनी पड़ी। नीतीश ने उस कांग्रेस से मिलकर बिहार को अपमानित किया, जिसके राज में 1000 लोगों की जान लेने वाला भागलपुर दंगा हुआ था।

उन्होंने कहा कि बिहार को नरसंहारों, दंगों और गरीबों के पलायन से अपमानित करने वालों का समर्थन लेकर नीतीश ने अवसरवादिता की पराकाष्ठा कर दी है। वे बताएं कि जिनके चलते बिहारी कहलाना शर्म की बात हो गई थी, उन्हीं लोगों से मिलकर प्रदेश के स्वाभिमान की रक्षा कैसे हो सकती है?

सुमो ने कहा कि जिस लालू प्रसाद के राज में रंगदारी, अपहरण और हत्या के डर से 10 हजार व्यापारियों को स्वाभिमान बचाने के लिए बिहार छोडऩा पड़ा, उन्हीं की लाठी में सत्ता का तेल पिलाकर बिहारी स्वाभिमान बचाने की बात करना क्या जनता को धोखा देना नहीं है? क्या नीतीश कुमार दूध की रखवाली बिल्ली के हवाले करना चाहते हैं?

भाजपा नेता ने कहा कि लालू प्रसाद के समर्थन से सरकार तो बचाई जा सकती है, लेकिन बिहार का स्वाभिमान नहीं बचाया जा सकता। कानून को अपनी लाठी से हांकने वालों की गोद में बैठ कर नीतीश कानून का राज भी कायम नहीं रख सके, स्वाभिमान की रक्षा तो बहुत दूर की बात है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बताएं कि ईमानदार अफसरों को कानून का राज कायम करने की कीमत क्यों चुकानी पड़ रही है? लालू और कांग्रेस के दबाव में पटना के एसएसपी विकास वैभव को अपमानित कर देर रात उनका तबादला किया गया।

एसएसपी को राजद के बिहार बंद के दौरान लालू सहित 22 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कराने, सत्तारूढ़ दल की अवैध होर्डिंग हटवाने और पुलिस के काम में हस्तक्षेप करने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ स्टेशन डायरी दर्ज कराने की सजा दी गई। नीतीश बताएं कि प्रशासन का मनोबल गिरा कर वे बिहार का स्वाभिमान भला कैसे बचा पाएंगे?


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