अजमेर दरगाह में रात में जियारत नहीं, लेनी पड़ेगी अनुमति
इबादत के लिए स्वीकृति उसी दिन शाम पांच बजे तक लेनी होगी। दरगाह नाजिम मंसूर अली खान के इस फरमान से जायरीनों में नाराजगी है।
जयपुर, जेएनएन। अजमेर की गरीब नवाज दरगाह में अब रात 11 बजे बाद जियारत के लिए दरगाह नाजिम से इजाजत लेना होगी। कोई खादिम अपने मेहमान को इबादत के लिए रुकवाना चाहे या किसी व्यक्ति को रुकना है तो वह दरगाह कमेटी की जांच-पड़ताल व स्वीकृति के बाद ही रुक सकेगा।
इबादत के लिए स्वीकृति उसी दिन शाम पांच बजे तक लेनी होगी। दरगाह नाजिम मंसूर अली खान के इस फरमान से जायरीनों में नाराजगी है। फरमान के बाद शुक्रवार रात 11 बजे बाद दरगाह परिसर में बैठे जायरीनों को बाहर निकाल दिया गया। इससे हंगामा हो गया।
कई जायरीन शिकायत लेकर गरीब नवाज गेस्ट हाउस पहुंच गए। आदेश को लेकर खादिमों में भी नाराजगी है। उनका कहना है कि पहले अंजुमन से बात करके आदेश जारी करने चाहिए थे, इससे उन लोगों को परेशानी होगी, जो शाम पांच बजे बाद दरगाह आएंगे और इबादत के लिए रात को रुकना चाहते हैं क्योंकि नाजिम ने शाम 5 बजे तक इजाजत लेने की बात लिखी है।
यह भी पढ़ेंः जम्मू कश्मीर के बडगाम में हुए एनकाउंटर में दो आतंकी मारे गए
यह भी पढ़ेंः छग के बच्चों ने बनाया रिकार्ड, तीन घंटे में बनाई 21 हजार 147 वर्ग फीट पेंटिंग