Move to Jagran APP

बरामद दस्‍तावेज से हुआ खुलासा, आतंकियों के लिए ATM हैं अलगाववादी

NIA ने कुछ दस्‍तावेज बरामद किए हैं जिससे स्‍पष्‍ट पता चलता है कि हुर्रियत द्वारा टेरर फंडिंग की जाती रही है और आतंकी इन्‍हें ATM के तौर पर इस्‍तेमाल करते थे।

By Monika minalEdited By: Published: Thu, 27 Jul 2017 11:24 AM (IST)Updated: Thu, 27 Jul 2017 11:50 AM (IST)
बरामद दस्‍तावेज से हुआ खुलासा, आतंकियों के लिए ATM हैं अलगाववादी
बरामद दस्‍तावेज से हुआ खुलासा, आतंकियों के लिए ATM हैं अलगाववादी

नई दिल्‍ली (जेएनएन)। एनआइए द्वारा छापेमारी के दौरान हिज्‍बुल मुजाहिद्दीन और लश्‍कर ए तैयबा के लेटरहेड बरामद हुए जिससे यह खुलासा होता है कि घाटी में टेरर फंडिंग एक नहीं दोनों ओर से होता रहा है।

loksabha election banner

आतंकियों के एटीएम हुर्रियत अधिकारी
हुर्रियत अधिकारियों को आतंकवादी अपने एटीएम के तौर पर उपयोग कर रहे हैं। यहां तक कि पैसे के लिए ये अलगाववादियों को धमकी तक देते थे और एनआइए को मिले दस्‍तावेज से पता चलता है कि समय-समय पर लश्कर और हिज्बुल मुजाहिद्दीन अलगाववादियों को फंड पहुंचाते रहते हैं।

धन के साथ मोबाइल फोन की भी मांग

घाटी में सक्रिय लश्कर और हिज्बुल के स्थानीय कमांडर अपने बीमार साथियों के इलाज और अन्य कारणों से हुर्रियत अलगाववादियों से धन की मांग करते हैं। यहां तक कि हजारों-लाखों रुपये के अलावा मोबाइल फोन की भी मांग होती है। एनआइए ने हुर्रियत के कई सदस्‍यों को हिरासत में लिया हुआ है, इन पर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन से आर्थिक समर्थन हासिल कर तनाव फैलाने का आरोप है।

हिज्‍बुल के लेटरहेड वाला धमकी भरा खत

टाइम्‍स ऑफ इंडिया के अनुसार, मोहम्मद अमीन भट्ट द्वारा लिखे गए पत्र में तहरीक-ए-हुर्रियत प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी के करीबी अयान अकबर खांडे से 5 लाख रुपयों की मांग की। जम्मू-कश्मीर हिज्बुल मुजाहिद्दीन के लेटरहेड पर लिखी इस चिट्ठी में लिखा था, 'नोटबंदी के कारण आर्थिक संकट के हालातों से निपटने के लिए तुरंत 5 लाख रुपयों की जरूरत है।' पत्र के अंत में धमकी भी दी गयी है जिसमें खांडे को कहा गया है कि 4 दिनों के अंदर पैसे भेज दें नहीं तो अंजाम के लिए तैयार रहें, जो परिवार तक जा सकता है। खांडे उन 7 अलगाववादियों में से एक है, जिन्हें सोमवार को एनआइए ने गिरफ्तार किया।

पैसे के लिए धमकी भरा खत

नोटबंदी के बाद उर्दू में लिखे गए खत में भी कुछ ऐसी ही बातें लिखी थीं। हिज्बुल के लेटरहेट वाले इस खत में लिखा था, 'हमें इस समय पैसों की सख्त जरूरत है क्योंकि सुरक्षा और नोटबंदी के कारणों से हमें बाहर से पैसे नहीं मिल रहे। 30 फरवरी को आपके पैसे लौटा दिए जाएंगे। इंशाअल्लाह हम 4 दिनों तक आपका इंतजार करेंगे। अगर आप कुछ नहीं करते तो अपने और अपने परिवार के अंजाम के आप खुद जिम्मेदार होंगे।'

मोबाइल फोन की भी  मांग

NIA को एक और चिट्ठी मिली, जो हिज्बुल के लेटरहेड पर 17 मार्च, 2006 को शब्बीर शाह के सहायक नईम खान को लिखी गई थी। इस चिट्ठी के जरिए 7 से 10 हजार रुपये और एक मोबाइल फोन की मांग की गई थी।

लश्‍कर का भी खत बरामद

लश्‍कर ए तैयबा के कश्‍मीर यूनिट ने हुर्रियत सदस्‍यों को खत में लिखा, ‘ हमारा दोस्‍त बीमार है और इसलिए 5,000 रुपयों की जरूरत है। उम्‍मीद है आप हमें निराश नहीं करेंगे। यह खत हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रवक्‍ता शाहिद-उल-इस्‍लाम के पास से बरामद हुआ। यह लश्‍कर ए तैयबा के लेटरहेड के साथ है जिसमें मुजफ्फराबाद ब्रांच ऑफिस का पता और एक मोबाइल नंबर के साथ इमेल आइडी भी दिया गया है। एनआइए के इस छापेमारी में एक फोटो भी बरामद हुआ जिसमें हिज्‍बुल चीफ सैयद सलाहुद्दिन के साथ शाहिदुल इस्‍लाम को देखा जा सकता है।

यह भी पढ़ें: सात अलगाववादियों की गिरफ्तारी के बाद अलगाववादी शब्बीर शाह भी गिरफ्तार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.