झारखंड और छत्तीसगढ़ के बीच चलेंगी नई बसें, लोगों का सफर होगा आसान
झारखंड और छत्तीसगढ़ के बीच सफर करने वाले लोगों का सफर जल्द ही आसान हो जाएगा। दोनों राज्यों के बीच कई नए मार्गों पर बसों को परमिट देने की योजना बनाई गई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड और पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के बीच यातायात को सुगम बनाने की दिशा में कवायद शुरू हो गई है। दोनों राज्यों के बीच 25 मार्गों पर 102 बस परमिट बढ़ाने पर सहमति बन गई है। वर्तमान में 72 मार्गों पर झारखंड राज्य के लिए 500 और छत्तीसगढ़ के लिए 496 कोटा निर्धारित है। इसके एवज में झारखंड ने 130 और छत्तीसगढ़ ने 205 बसों का परमिट जारी किया है।
छत्तीसगढ़ और बिहार के बीच चलने वाली बसों में झारखंड का कोटा आरक्षित करने पर भी विचार किया जा रहा है। रायपुर में अगले माह होने वाली बैठक में इस पर अंतिम निर्णय होना है। पूर्व में दोनों राज्यों की बसों का ठहराव स्थल अलग-अलग था जिसे समाप्त कर एक जैसा ठहराव स्थल बनाने पर भी सहमति बन गई है। लंबी दूरी तक चलने वाले वाहनों में सीटों की संख्या अधिक रखे जाने के बस ऑनर्स एसोसिएशन की मांगों और झारखंड और बिहार में बसों का समय एक ही रूप में किए जाने पर अभी तक पूर्ण रूप से निर्णय नहीं हुआ है।
पिछले दिनों दोनों राज्यों के परिवहन मंत्रियों और अधिकारियों के बीच हुई उच्चस्तरीय बैठक में छत्तीसगढ़ की ओर से यह बात उठाई गई थी कि स्लीपर बसों का परमिट झारखंड दे, लेकिन झारखंड में स्लीपर बसों को परमिट देने का प्रावधान नहीं है। इस मुद्दे पर अभी तक कोई निर्णय झारखंड के स्तर से नहीं हुआ है। एक तरफ से जिन मार्गों की दूरी 250 किमी या इससे अधिक हो तो उस रूट पर एक्सप्रेस बस सेवा प्रारंभ की जाएगी, लेकिन एक्सप्रेस सेवा के लिए झारखंड ज्यादा टैक्स लेता है, जबकि छत्तीसगढ़ 250 किमी से अधिक दूरी के लिए साधारण बस का टैक्स लेता है। इसमें भी एकरूपता का निर्णय किया गया।
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