नेताजी की फाइलों पर ब्रिटेन ने मांगा और समय
सुभाष चंद्र बोस के परिजनों ने रविवार को कहा कि ब्रिटेन ने नेताजी से जुड़ी गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक किया जाए या नहीं, इस पर फैसला करने के लिए और समय मांगा है।
नई दिल्ली। सुभाष चंद्र बोस के परिजनों ने रविवार को कहा कि ब्रिटेन ने नेताजी से जुड़ी गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक किया जाए या नहीं, इस पर फैसला करने के लिए और समय मांगा है। नेताजी के परिवारवालों ने 1945 में उनके अचानक लापता होने संबंधी सभी फाइलों को सार्वजनिक करने के लिए हाल में ब्रिटिश अधिकारियों से संपर्क किया था।
नेताजी के प्रपौत्र सूर्य कुमार बोस ने बताया कि मेरी बहन माधुरी बोस ने ब्रिटिश सरकार से संपर्क किया। उन्हें कई जवाब मिले हैं, जिसमें स्वीकार किया गया है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बारे में वहां फाइलें है लेकिन उन्हें सार्वजनिक करने के लिए फैसले पर और समय की जरूरत है। अप्रैल में बर्लिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात करने वाले सूर्य ने कहा कि बोस परिवार नेताजी के बारे में अमेरिका, रूस और जापान की सरकारों से भी पूछेगा।
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उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्र बोस द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान भारत में नेहरू और पटेल के लिए खतरा थे। इसलिए सुभाष चंद्र बोस से संबंधित गोपनीय फाइलों का बहुत महत्व है। बोस से जुड़ी 60 से ज्यादा फाइलें सार्वजनिक करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार रहस्य पर से पर्दा उठाए और नेताजी से जुड़ी सूचनाएं लोगों को दे।
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