नेपाल ने भारत में तैनात राजदूत उपाध्याय को वापस बुलाया
नेपाल ने भारत में नियुक्त राजदूत दीप कुमार उपाध्याय को शुक्रवार को वापस बुला लिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। नेपाल की राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी ने भारत की अपनी प्रस्तावित यात्रा टाल दी है। भारत सरकार को शुक्रवार को इसकी जानकारी दी गई। राष्ट्रपति बनने के बाद भंडारी की यह पहली विदेश यात्रा थी और उनका शानदार स्वागत करने के लिए भारत ने भी पूरी तैयारी की थी। हालांकि इस घटनाक्रम की अगली कड़ी में भारत में नियुक्त नेपाली राजदूत दीप कुमार उपाध्याय को भी वापस बुला लिया गया है।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि नेपाल की राष्ट्रपति का भारत दौरा रद हो गया है। ऐसा लग रहा है कि घरेलू राजनीति की वजह से उन्होंने यह फैसला किया है। नेपाली राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी को भारत यात्रा के दौरान उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ में भी हिस्सा लेने जाना था। लेकिन घरेलू राजनीतिक उथल-पुथल की वजह से उन्होंने भारत यात्रा रद की है।
सनद रहे कि नेपाल में पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। सरकार में शामिल राजनीतिक पार्टी यूसीपीएन-माओवादी के नेता पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड ने गठबंधन से अलग होने का एलान किया था। इससे पीएम केपी शर्मा ओली की सरकार के गिरने का खतरा उत्पन्न हो गया था। माओवादी दलों ने प्रचंड की अगुवाई में सरकार बनाने का भी वादा किया था। बाद में प्रचंड और सरकार के बीच कुछ समझौता होने की खबरें आईं।
हालांकि संकट अभी तक पूरी तरह से नहीं टला है क्योंकि माओवादी दलों ने कहा है कि कानूनी अड़चन की वजह वे सरकार के खिलाफ अïिवश्वास प्रस्ताव नहीं ला रहे हैं। नेपाल में मची इस राजनीतिक उथल-पुथल पर भारत ने भी गुरुवार को आधिकारिक तौर पर चिंता जताई थी।
बयान देकर फंसे नेपाली राजदूत :
सूत्रों का कहना है कि भारत में तैनात नेपाली राजदूत दीप कुमार उपाध्याय को हटाने का फैसला नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया है। उन्हें पिछले साल अप्रैल में नेपाली कांग्रेस के कोटे से नई दिल्ली में तैनात किया गया था। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति की यात्रा रद होने पर आज सुबह ही उपाध्याय ने नाराजगी जताते हुए कहा था कि यह यात्रा नेपाल ने एकतरफा रद की। उन्हें इस बात की जानकारी तक नहीं दी गई। बताया जाता है कि उपाध्याय ने अपनी खिन्नता ओली से भी जताई थी। इसके जवाब में ओली ने उपाध्याय को कहा कि अगर यात्रा रद होने से परेशानी है तो पद छोड़ दें। नेपाल सरकार का यह भी आरोप है कि उपाध्याय ओली सरकार से बढ़-चढ़कर काठमांडु और दिल्ली में सक्रिय थे। उपाध्याय नेपाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी हैं।
एयरपोर्ट बनाने की भारतीय पेशकश नेपाल ने ठुकराई
काठमांडु, आइएएनएस : नेपाल सरकार ने नेपाल का दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की भारत की पेशकश ठुकरा दी है। ओली सरकार ने अब यह एयरपोर्ट अपने बल पर बनाने का फैसला किया है। काठमांडु के बाहर दक्षिण-मध्य निजगध कस्बे में यह लंबित प्रोजेक्ट स्वनिर्मित करने का फैसला ओली सरकार ने कैबिनेट बैठक में लिया।