इंडियन आर्मी चीफ बिपिन रावत को नेपाली सेना के जनरल के मानद पद से नवाजा गया
जनरल बिपिन रावत को पिछले साल 31 दिसंबर को इंडियन आर्मी चीफ बनाया गया था। वे जनरल छेत्री के इनविटेशन पर नेपाल की 4 दिन की विजिट पर हैं।
By Tilak RajEdited By: Published: Thu, 30 Mar 2017 10:32 AM (IST)Updated: Thu, 30 Mar 2017 10:40 AM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत और नेपाल के बीच संबंध हमेशा अच्छे ही रहे हैं। दोनों देशों के नागरिकों में भी अच्छे संबंध हैं, नेपाल-भारत बॉर्डर पर यह साफ देखने को मिलता है। भारत और नेपाल के बीच कई परंपराएं तो 50 वर्षों से भी अधिक समय से चली आ रही हैं। इनमें से एक है सेना प्रमुखों को मानद उपाधि देना।
भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को बुधवार को नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने नेपाली सेना के जनरल के मानद पद से नवाजा। काठमांडो स्थित राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास शीतल निवास में आयोजित विशेष समारोह में जनरल रावत को इस मानद पद से सम्मानित किया गया।
बता दें कि भारत और नेपाल के बीच एक-दूसरे के सेना प्रमुखों को मानद उपाधि से सुशोभित करने की पुरानी परंपरा साठ सालों से चली आ रही है। राष्ट्रपति ने जनरल रावत को मानद पद के संदर्भ में एक तलवार, प्रतीक चिन्ह और प्रमाणपत्र सौंपा। वहीं सम्मानित किये जाने से पहले जनरल रावत ने नेपाली सेना को सात घोड़े तोहफे में दिए।
जनरल बिपिन रावत को पिछले साल 31 दिसंबर को इंडियन आर्मी चीफ बनाया गया था। वे जनरल छेत्री के इनविटेशन पर नेपाल की 4 दिन की विजिट पर हैं। काठमांडू विजिट के दौरान जनरल रावत ने नेपाल के पीएम प्रचंड और डिफेंस मिनिस्टर बाल कृष्ण खंड और नेपाल के आर्मी चीफ राजेंद्र छेत्री से भी मुलाकात की।
गोरतलब है कि कमांडर इन चीफ जनरल केएम करियप्पा पहले भारतीय सेना प्रमुख थे, जिनको 1950 में इस मानद पद से सम्मानित किया गया। तब से यह परंपरा शुरू हुई जो अब तक चल रही है।
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