Move to Jagran APP

कारगिल विजय दिवस पर पीएम और रक्षा मंत्री ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

कारगिल युद्ध के 15 साल पूरे होने के मौके पर पूरा देश शनिवार को सेना के शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करेगा। जगह-जगह पर कार्यक्रम आयोजित कर जवानों की वीरगाथाओं को याद किया जाएगा। कारगिल के द्रास में विजय दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को दो दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

By Edited By: Published: Sat, 26 Jul 2014 08:15 AM (IST)Updated: Sat, 26 Jul 2014 01:05 PM (IST)
कारगिल विजय दिवस पर पीएम और रक्षा मंत्री ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। कारगिल युद्ध के 15 साल पूरे होने के मौके पर पूरे देश ने आज सेना के शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस मौके पर दिल्ली के इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति के सामने रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने श्रद्धांजलि दी और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान तीनों सेना प्रमुख भी वहां मौजूद थे।

loksabha election banner

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विजय दिवस पर कारगिल युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और उनके अदम्य शौर्य को याद कर उन्हें नमन किया। मोदी ने ट्वीट कर कहा कि देश अपनी सेना की कुर्बानी को याद कर उन्हें सलाम करता है।

26 जुलाई 1999 को कारगिल युद्ध में हमें विजय मिली थी। इस मौके पर दिल्ली में रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देकर वॉर म्यूजियम और मेमोरियल की घोषणा की। जवानों को श्रद्धांजलि के दौरान जल, थल और वायु तीनों सेना प्रमुख भी वहां मौजूद थे। तीनों प्रमुखों ने भी शहीद जवानों को फूल मालाएं चढ़ा कर श्रद्धांजलि दी।

वहीं करगिल युद्ध के 15 साल बाद विजय दिवस पर जम्मू के द्रास में भी लेफ्टीनेंट जनरल डीएस हूडा ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। यहां इस उपलक्ष्य पर दो दिवसीय कार्यक्रम की भी शुरूआत की गई है। इसके अलावा कई जगहों पर भी कार्यक्रम आयोजित कर जवानों की वीरगाथाओं को याद किया जा रहा है। शुक्रवार को द्रास में शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थल सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह ने कहा कि युद्ध के 15 साल बाद मजबूत बनकर उभरी भारतीय सेना देश की हिफाजत करने में पूरी तरह सक्षम है। 1999 में हुए कारगिल युद्ध के दौरान सेना के प्रवक्ता रह चुके थलसेना अध्यक्ष ने कार्यक्रम में मौजूद वीर नारियों से भेंटकर उन दिनों की यादों को ताजा किया जब सेना के जवानों ने दुश्मनों के गोलों की परवाह न करते हुए सीधी चोटियों पर चढ़ाई कर वहां कब्जा कर बैठे दुश्मन को कुचल दिया था। सेना के चीता हेलीकॉप्टरों ने द्रास वीर मेमोरियल पर फूल गिराकर शहीदों को सलामी दी। बिक्रम सिंह के साथ उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा व सेना की 14 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल बीएस नेगी भी मौजूद थे।

पढ़ें: जनरल बिक्रम सिंह ने कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी

पढ़ें: 15 साल बाद मिला कारगिल शहीद का दर्जा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.