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नेपाल में होगी मोदी और शरीफ की मुलाकात

सीमा पर बढ़ी गर्मी और रिश्तों में आई तल्खी के बीच अगले सप्ताह काठमांडू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से आमना-सामना होगा। दोनों नेताओं के बीच किसी द्विपक्षीय भेंट का कार्यक्रम तो नहीं है,

By Murari sharanEdited By: Published: Sun, 23 Nov 2014 09:32 PM (IST)Updated: Sun, 23 Nov 2014 09:43 PM (IST)
नेपाल में होगी मोदी और शरीफ की मुलाकात

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो] सीमा पर बढ़ी गर्मी और रिश्तों में आई तल्खी के बीच अगले सप्ताह काठमांडू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ से आमना-सामना होगा। दोनों नेताओं के बीच किसी द्विपक्षीय भेंट का कार्यक्रम तो नहीं है, लेकिन अनौपचारिक बातचीत से इंकार भी नहीं किया जा रहा है। प्रधानमंत्री 25-27 नवंबर तक 18वें सार्क शिखर सम्मेलन के लिए काठमांडू जा रहे हैं। पीएम के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी जा रहे हैं।

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संयोग है कि 26 मई 2014 को अपने शपथ ग्रहण समारोह को लघु सार्क सम्मेलन की शक्ल देने वाले मोदी ठीक छह महीने बाद एक बार फिर सार्क नेताओं के बीच होंगे। यात्रा कार्यक्रम पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी सार्क शिखर सम्मेलन के लिए 25 नवंबर की दोपहर काठमांडू पहुंचेंगे और 27 की देर शाम उनकी वापसी होगी। इस दौरान उनकी कई नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकात भी तय है।

प्रधानमंत्री मोदी के पाक समकक्ष शरीफ से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर अकबरुद्दीन ने कहा कि प्रधानमंत्री यथासंभव दक्षिण एशिया के उन सभी सहयोगियों के साथ बात करने की मंशा रखते हैं, जिनके साथ रचनात्मक बातचीत संभव है। इसका मतलब है कि हम अपने रिश्तों के सभी आयामों को देखेंगे। हालांकि मुलाकात सभी नेताओं की व्यस्तता और हमारे पीएम के साथ रचनात्मक बातचीत की मंशा पर निर्भर है।

27 को धूलीखेल में साथ होंगे

हालांकि कूटनीतिक हलकों में संकेत है कि 27 नवंबर को धूलीखेल में सार्क नेताओं के लिए आयोजित रिट्रीट कार्यक्रम में मोदी और शरीफ साथ होंगे। इस दौरान दोनों के बीच अनौपचारिक मेल-मुलाकात संभव है। वैसे 26 नवंबर को आधिकारिक सार्क शिखर सम्मेलन में भी दोनों नेता मौजूद रहेंगे। वैसे भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाक की ओर से शरीफ -मोदी से मुलाकात के बाबत किसी आधिकारिक प्रस्ताव से इंकार कर दिया।

सार्क सुनेगा मोदी विजन

पास-पड़ोस को विदेश नीति की प्राथमिकता बताने वाले मोदी सार्क के मंच से भारतीय नीति पत्र के बहाने क्षेत्रीय सहयोग पर अपना विकास विजन रखेंगे। भारत सार्क के बीच आर्थिक, सामाजिक, तकनीकी सहयोग व संपर्क बढ़ाने पर खासा जोर दे रहा है। शिखर सम्मेलन में सार्क मुल्कों के बीच ऊर्जा तथा परिवहन पर समझौते की उम्मीद की जा रही है। मोदी मंत्रिमंडल ने बीते सप्ताह इस बाबत प्रस्तावित समझौते पर दस्तखत को हरी झंडी भी दे दी थी।

राह से न भटके पाकिस्तान

भारत का कहना है कि पाकिस्तान के साथ शिमला समझौते और लाहौर घोषणापत्र के दायरे में ही कश्मीर मुद्दे पर बातचीत की जा सकती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने रविवार को कहा कि दोनों पड़ोसी देशों के बीच शांतिपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय राह पहले से बनी हुई है। इस रास्ते से भटककर हम किसी साझे लक्ष्य पर नहीं जा सकते। नवाज शरीफ द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के सामने कश्मीर मुद्दा उठाने के संदर्भ में पूछे गए एक सवाल के जवाब में प्रवक्ता ने यह बात कही।

पढ़ें: भारत से वार्ता के लिए अब पाक को उठना होगा पहला कदम


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