सांसद पुत्र को लूटने वाली कालगर्ल नेवी अफसर की बेटी
उत्तर प्रदेश से अमरोहा के सांसद कंवर सिंह तंवर के पुत्र मेहर सिंह से तीस हजार रुपये लूटने वाली काल गर्ल संभवत: किसी नेवी अफसर के बेटी हो सकती है। घटना के सिलसिले में गिरफ्तार दलाल अशोक अभिषेक प्रसाद से पूछताछ में पुलिस को इस आशय के पर्याप्त संकेत मिले
मुंबई : उत्तर प्रदेश से अमरोहा के सांसद कंवर सिंह तंवर के पुत्र मेहर सिंह से तीस हजार रुपये लूटने वाली काल गर्ल संभवत: किसी नेवी अफसर के बेटी हो सकती है। घटना के सिलसिले में गिरफ्तार दलाल अशोक अभिषेक प्रसाद से पूछताछ में पुलिस को इस आशय के पर्याप्त संकेत मिले हैं।
इस पर पुलिस ने संदिग्ध लड़की को दबोचने के लिए कई टीमें बना खासतौर पर मुंबई के नेवी नगर पर नजर रख रही है। दलाल ने यह भी बताया है कि संदिग्ध काल गर्ल कई नामों से सक्रिय है।
रविवार की है घटना
मेहर सिंह से लूट की घटना रविवार रात की है। मौज-मस्ती के लिए सांसद पुत्र ने जिस काल गर्ल को दलाल के जरिये बुलाया था, वह कलीना स्थित पंच सितारा होटल के बाहर मेहर से तीस हजार रुपये लेकर चंपत हो गई। हालांकि सांसद पुत्र ने वकोला थाने में दर्ज कराई अपनी रिपोर्ट में चाकू की नोक पर डेढ़ लाख रुपये की लूट का जिक्र किया है।
दलाल ने स्विच ऑफ कर दिया फोन
बकौल दलाल अभिषेक, 'मेहर सिंह ने मुझे फोन कर लड़की सप्लाई करने को कहा। इस पर मैंने उक्त लड़की को होटल जाकर सांसद पुत्र से मिलने के लिए कहा। जब वह पैसा लेकर भाग गई तो उसने मुझे फोन किया, लेकिन मैंने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया।
काल गर्ल ने पीछे से कमरे में पहुंचने की बात कही
जांच अधिकारियों के अनुसार दलाल द्वारा भेजी लड़की से मिलने के लिए मेहर सिंह होटल से बाहर आया। जहां काल गर्ल ने तीस हजार रुपये लेकर उससे कहा, 'तुम कमरे में पहुंचो मैं पीछे से आती हूं। लेकिन जब वह बहुत देर तक नहीं आई तो सांसद पुत्र ने उसे फोन किया, लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ था।
दूसरी काल गर्ल के लिए मेहर ने किया फोन
इसके बाद मेहर सिंह ने दूसरे दलाल को फोन कर लड़की इंतजाम करने के लिए कहा। फिर दूसरी लड़की होटल आई, जिसकी तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद है। पुलिस इसे लूट की घटना नहीं मान रही है।
लूट की वारदात नहीं मानते पुलिस अधिकारी
जांच अधिकारियों के अनुसार, अगर यह लूट की वारदात होती तो मेहर सिंह दूसरी काल गर्ल नहीं बुलाता। वह सीधे पुलिस से शिकायत करता। जांच के दौरान पुलिस ने जब लूट की संदिग्ध लड़की के फोन की काल डिटेल खंगाली तो उसे एक अन्य लड़की के नंबर पता चला जो काल गर्ल के लगातार संपर्क में रहती है।
जब पुलिस नेे उक्त लड़की से पूछताछ की तो पता चला कि संदिग्ध काल गर्ल चार वर्ष पूर्व कॉलेज छोड़ चुकी है और कई नामों से सक्रिय है। वह अलग-अलग नाम से धंधा करती है। कॉलेज में उसका नाम कुछ और दर्ज है। घटना के पाचं दिन गुजरने के बाद भी मुंबई पुलिस काल गर्ल और उसके ड्राइवर रामाधीन को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।