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हाथ जोड़कर बोला नावेद, 'मुझे माफ कर दो, मुझसे गलती हो गई'

ऊधमपुर हमले में जिंदा पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी आतंकी मुहम्मद नावेद याकूब ने बुधवार को चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट (सीजीएम) के समक्ष बयान दर्ज करवाने से पहले अदालत में अपने गुनाहों से तौबा की। नावेद ने जज के सामने हाथ जोड़कर कहा, 'मुझे माफ कर दो, मुझसे गलती हुई है,

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Thu, 27 Aug 2015 12:58 AM (IST)Updated: Thu, 27 Aug 2015 03:52 AM (IST)
हाथ जोड़कर बोला नावेद, 'मुझे माफ कर दो, मुझसे गलती हो गई'

जम्मू, मुख्य संवाददाता। ऊधमपुर हमले में जिंदा पकड़े गए लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी आतंकी मुहम्मद नावेद याकूब ने बुधवार को चीफ ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट (सीजीएम) के समक्ष बयान दर्ज करवाने से पहले अदालत में अपने गुनाहों से तौबा की। नावेद ने जज के सामने हाथ जोड़कर कहा, 'मुझे माफ कर दो, मुझसे गलती हुई है, मुझे वापस मेरे मां-बाप के पास भेज दो।' नावेद ने कहा, 'मैं हिन्दुस्तान को सलाम करता हूं, मेरे साथ यहां अच्छा बर्ताव किया गया है। वहां (पाकिस्तान) तो चोरों के साथ भी बुरा बर्ताव किया जाता है।'

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इकरारनामे से पहले दिया सोचने का आखिरी मौका

नावेद को बुधवार सुबह सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे जुर्म का इकरारनामा करने से पहले अच्छी तरह सोचने का आखिरी मौका दिया। जज ने नावेद को दोपहर करीब डेढ़ बजे अदालत में पेश करने के निर्देश दिए। एनआइए की टीम उसे दोबारा जानीपुर स्थित कोर्ट में लेकर आई। आरोपी को टाडा कोर्ट फास्ट टै्रक में पेश किया गया। इस कोर्ट से निर्देश मिलने पर उसे करीब सवा एक बजे सीजेएम कोर्ट में ले जाया गया, जहां शाम सवा चार बजे तक बंद कमरे में सीजेएम के समक्ष उसके बयान दर्ज हुए। बयान दर्ज करने में करीब सवा तीन घंटे का समय लगा। इस बयान को पूरी तरह गुप्त रखा जाता है। नावेद की पेशी के दौरान कोर्ट परिसर में काफी संख्या में लोग इक_े हुए। इनमें युवा वकीलों की संख्या काफी अधिक थी।

दस दिन की न्यायिक हिरासत में कोट भलवाल जेल भेजा

बयान पूरे होने के बाद एनआइए के चीफ इन्वेस्टीगेटिंग आफिसर अतुल गोयल ने नावेद को ज्यूडीशियल रिमांड पर भेजने की अर्जी कोर्ट में पेश की। एनआइए ने अपने पक्ष में कहा कि नावेद पर काफी गंभीर आरोप हैं। फिलहाल, मामले की जांच के दौरान नावेद को एनआइए को हिरासत में लेने की जरूरत नहीं है। अदालत ने सुनवाई के बाद नावेद को दस दिन की न्यायिक हिरासत पर कोट भलवाल जेल भेज दिया। अब उसे चार सितंबर को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

बयान रिकॉर्ड करवाने से पहले अदालत ने नावेद से पूछा

क्या तुम बयान देने को राजी हो?

नावेद : हां।

तुम पर किसी प्रकार का कोई दबाव तो नहीं?

नावेद : नहीं।

कड़े सुरक्षा घेरे में हेलमेट पहनाकर लाया गया नावेद

सलवार कुर्ते में नावेद को अदालत में पेश किया गया। मुंह पर मास्क की जगह इस बार हेलमेट पहनाई गई थी। उसे कोर्ट में बख्तर बंद गाड़ी में लाया गया। सुरक्षा के अभूतपूर्व प्रबंध किए गए थे। उसे खुफिया रास्ते से कोर्ट में ले जाया गया


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