नासा भी करेगा स्कैटसेट-1 के डाटा का इस्तेमाल
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने कहा कि इससे मिलने वाले आंकड़ों (डाटा) का इस्तेमाल अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) भी करेगी।
चेन्नई, आइएएनएस। सोमवार को कक्षा में स्थापित किया गया भारतीय उपग्रह स्कैटसेट-1 एक वैश्विक उपग्रह है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने कहा कि इससे मिलने वाले आंकड़ों (डाटा) का इस्तेमाल अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) भी करेगी।
स्कैटसेट-1 को पीएसएलवी-सी35 के जरिये अंतरिक्ष में स्थापित किया गया है। यह एक ही उड़ान में अलग-अलग कक्षाओं में उपग्रह स्थापित करने के इसरो के अभियान का हिस्सा था। स्कैटसेट-1 मौसम से जुड़ी जानकारियां जुटाने में मददगार होगा।
इसरो के मुताबिक, स्कैटसेट पहले भेजे गए ओशियनसेट-2 अभियान की अगली कड़ी के तौर पर काम करेगा। इसमें भी स्केटरोमीटर लगाया गया है। ओशियनसेट-2 से मिले आंकड़े फिलीपींस में कबायन तूफान और अमेरिका में इरेन और सैंडी तूफानों से जुड़ी जानकारियां जुटाने में महत्वपूर्ण साबित हुए थे।