विवाद बढ़ने के बाद शाजिया ने कहा, 'बयान का गलत अर्थ निकाला गया'
आम आदमी पार्टी की नेता और गाजियाबाद लोकसभा सीट से पार्टी की प्रत्याशी शाजिया इल्मी के मुसलमानों को सांप्रदायिक बनने की अपील पर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने उनकी कड़ी आलोचना की है। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने शाजिया के बयान को पूरी तरह से गलत करार दिया है। उनका कहना है कि भारत का मुसलमान कभी भी सांप्रदायिक नह
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की नेता और गाजियाबाद लोकसभा सीट से पार्टी की प्रत्याशी शाजिया इल्मी ने मुसलमानों को सांप्रदायिक बनने की अपील के बाद विवादों में घिर चुकी हैं। हालांकि उन्होंने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया है।
उधर, दूसरी तरफ मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी शाजिया की कड़ी आलोचना की है। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने शाजिया के बयान को पूरी तरह से गलत करार दिया है। उनका कहना है कि भारत का मुसलमान कभी भी सांप्रदायिक नहीं हो सकता है, न ही यह सोचकर किसी को वोट कर सकता है।
गौरतलब है कि शाजिया को एक वीडियो में मुस्लिम समाज के लोगों को सांप्रदायिक बनकर वोट करने की अपील कहते दिखाया गया है। इसमें वह कह रही हैं कि केजरीवाल उनके अपने हैं और उनकी पार्टी को ही मुस्लिमों को वोट करना चाहिए। उनके इस बयान के बाद भाजपा और कांग्रेस ने आप के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस के मीम अफजल ने शाजिया के बयान को भड़काऊ बताया है।
वहीं खुद आप के नेता मनीष सिसौदिया ने भी शाजिया के बयान की आलोचना की है। उनका कहना है कि वह इस तरह के बयान में विश्वास नहीं करते हैं, न ही उनकी पार्टी इस तरह की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि वह विकास और भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए ही राजनीति में आए हैं, लिहाजा शाजिया को ऐसा नहीं करना चाहिए था।