पीएम मोदी के मुरीद मुस्लिम किसानों ने रैली के लिए कटवा दी फसल
बहराइच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 11 दिसंबर को होने वाली रैली के लिए बड़ा मैदान नहीं मिल रहा था। ऐसे में परिवर्तन रैली के लिए अल्पसंख्यक जमीन देने की पहल में आगे आ गए।
बहराइच (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली पर फिदा होकर बहराइच के मुस्लिम किसानों ने यहां 11 दिसंबर को होने वाली पीएम की रैली के लिए अपनी खड़ी फसल कटवा दी। खेत में अरहर की फसल लहलहा रही थी, लेकिन शहजाद तथा चंदा खां ने मजदूर लगवाकर खेत को मैदान में बदलवाने का फैसला किया।
बहराइच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 11 दिसंबर को होने वाली रैली के लिए बड़ा मैदान नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में पीएम मोदी की परिवर्तन रैली के लिए अल्पसंख्यक जमीन देने की पहल में आगे आ गए। उन्होंने कहा कि वह लोग प्रधानमंत्री की रैली यहां देखना चाहते हैं। रैली के लिए 120 बीघा जमीन की जरूरत थी, लेकिन इतनी जमीन भी कम पड़ गई. तब बीजेपी के नेताओं ने किसानों से संपर्क किया और उनके सामने अपनी समस्या रखी। किसान रैली के लिए जमीन देने को तैयार हो गए।
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इन अल्पसंख्यकों का मानना है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार और मंहगाई को मिटाने के लिए कमर कसे हुए हैं। ऐसे में वह अपनी चार-पांच बीघा अरहर की फसल उनके स्वागत के लिए क्यों नहीं कटवा सकते। यह बहराइच का सौभाग्य है कि मोदी जी आ रहे हैं। इसी कारण से हमने फसल कटवा दी है। करीब चार किसानों की जमीन रैली स्थल में शामिल की गयी है। पीएम की रैली नानपारा-बहराइच मार्ग पर बेगमपुर के निकट विश्वरिया गांव के मैदान में होगी। इस रैली स्थल को शासन ने भी हरी झंडी दे दी है। डीएम, एसपी व डीआईजी भी रैली स्थल का मुआयना कर चुके हैं।
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इस रैली के लिए भाजपा नेत्री विद्या अग्रवाल ने भी अपनी भूमि दी है। आयोजन के लिए 10 हेक्टेअर जमीन की व्यवस्था की गई। भारी भीड़ आने के अनुमान के मुताबिक और जमीन तलाशने का काम शुरू हुआ। इसके बाद भाजपा नेता आसपास के किसानों से जमीन देने की बातचीत करने लगे। जिलाध्यक्ष श्यामकरन टेकड़ीवाल ने किसानों से सहमति बनाई। इसके बाद आसपास के किसानों से 18 बीघा जमीन और ले ली गई।
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शहजादे ने अपनी चार बीघा जमीन दी। खड़ी अरहर की फसल को स्वयं कटवाई। चंदा खां ने अपने खेत में लगी गेहूं व अरहर की फसल की चिंता किए बिना जमीन पर हामी भरी। ग्रामीणों ने बताया कि वह लोग पीएम को बोलते हुए सुनना चाहते हैं। इन किसानों ने कहा कि पीएम की रैली हमारे लिए सौभाग्य है।