HEROES OF MUMBAI : दूसरों की जान बचाने की कोशिश में गवां दी अपनी जान
महानगर के लेक होम कॉंप्लेक्स बिल्डिंग में लगी आग में सात लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में मरने वालों में पांच एेसे लोग भी थे जो सही मायने में मुंबई के असल हीरो थे। इन लोगों ने आग में फंसे लोगों की जान बचाने की कोशिश में अपनी
मुंबई। महानगर के लेक होम कॉंप्लेक्स बिल्डिंग में लगी आग में सात लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में मरने वालों में पांच एेसे लोग भी थे जो सही मायने में मुंबई के असल हीरो थे। इन लोगों ने आग में फंसे लोगों की जान बचाने की कोशिश में अपनी जान गवां दी। बताया गया है कि अपनी जान की परवाह किए बगैर छह लोग दूसरों की जान बचाने के लिए धधकते अाग में कई बार घुसे। लेकिन दुर्भाग्य से इनमें से पांच की मौत हो गई।
गत शनिवार शाम मुंबई की 22 मंजिला बिल्डिंग में आग लगी थी। इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई और 28 लोग घायल हो गए। आजकल एेसी खबरें बराबर सुुनने में आती है कि किसी दुर्घटना में घायल होकर सड़कों पर पड़े रहने के बावजूद कोई उन्हें बचाने की कोशिश नहीं करता। सहायता के लिए कोई आगे नहीं आता, एेसे में मुंबई के इन लोगों ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए लोगों को बचाने की कोशिश में अपनी अपनी जान गवां दी।
बताया गया है कि आग लगने के बाद छह लोग एेसे थे जो लोगों को बचाने के लिए कई बार जलते हुए घरों में गए। इनमें से पांच की मौत हो गई। इनमें से अधिकतर लोग मुंबई के बाहर के थे जो अपनी आजीविका के लिए मुंबई आए थे। इस अग्निकांड में मरने वाले सात लोगों में पांच ये लोग ही थे। इनमे नाम हैंः --तौसिफ शेख [ 25], बाबू लोहार [ 25], हीरालाल गुप्ता [ 35],प्रदीप सरकार [22] और अंकुश गुप्ता [ 40] । इनमें से चार लोगों की मौत दम घुटने से हो गई।
जब मुन्ना भाई शेख चॉल में रहने वाले तौसिफ शेख को दफनाने ले जाया जा रहा था, उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल थे। अधिकांश लोगों की आंखें नम थी। लोग मन ही मन सोच रहे थे यही थे हमारे असल हीरो।
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