बिहार चुनाव में सपा की हिस्सेदारी पर आज होगा अंतिम फैसला
बिहार में हुए सीटों के बंटवारे से अपमानित महसूस कर रही समाजवादी पार्टी में इस गठबंधन में बने रहने पर सवाल उठने लगे हैं। बिहार की राजनीति को लेकर पार्टी आज लखनऊ में संसदीय दल की बैठक करेगी।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। पहले जनता परिवार के प्रस्तावित 'महाविलय' और बाद में इसके नाकाम रहने पर बने 'महागठबंधन' के सूत्रधार रहे सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव इस गठजोड़ खफा हैं। बिहार में हुए सीटों के बंटवारे से अपमानित महसूस कर रही समाजवादी पार्टी में इस गठबंधन में बने रहने पर सवाल उठने लगे हैं। बिहार की राजनीति को लेकर पार्टी आज लखनऊ में संसदीय दल की बैठक करेगी। जिसमें मौजूदा गठबंधन में रहने या फिर नए गठबंधन के साथ चुनाव लडऩे को लेकर कोई फैसला हो सकता है।
बिहार में सीटों के बंटवारे में समाजवादी पार्टी से बात ही नहीं की गई। जब सीटों का बंटवारा सामने आया तो पार्टी को दर्शक की भूमिका में रखा गया। इससे नाराज पार्टी की राज्य इकाई ने उस समय ही विरोध जताया था और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को कड़े कदम उठाने के लिए भी कहा था। हालांकि, बाद में सपा को पहले तीन और फिर राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव ने दो और सीट देने की पेशकश की। जानकारी के मुताबिक यह सीटें राकांपा के हिस्से की थीं, जो कि बंटवारे में उचित हिस्सा न मिलने से नाराज होकर गठबंधन से बाहर निकल गई थी। राजद मुखिया के इस प्रयास को यादव वोटों पर उनकी ढीली होती पकड़ को मजबूत बनाए रखने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।
हालांकि, समाजवादी पार्टी ने इस प्रस्ताव को सहमति नहीं दी थी। जबकि, स्वाभिमान रैली से दूरी बना चुके मुलायम सिंह ने रैली में शिरकत करने गए पार्टी नेता शिवपाल सिंह के जरिये नाराजगी का संदेश गठबंधन के अन्य नेताओं तक पहुंचा दिया था। पार्टी सूत्रों के मुताबिक सपा के सख्त तेवरों के बाद दूसरे पक्ष से कोई सकारात्मक संकेत नही मिलने से सपा प्रमुख असहज हैं। जबकि, पार्टी में गठबंधन से बाहर निकलने को लेकर आवाजें भी उठ रही हैं। ऐसे में सपा इस जनता परिवार का मोह छोड़ वाम दलों व राकांपा गठबंधन के साथ राजनीति की नई राह पर चलने का फैसला कर सकती है। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की अध्यक्षता में होने वाली संसदीय बोर्ड की बैठक में महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, राज्यसभा सदस्य व महासचिव किरनमय नंदा, रवि प्रसाद वर्मा, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, शिवपाल यादव समेत 10 सदस्य हिस्सा लेंगे। विदेश दौरे पर होने से संसदीय बोर्ड के सदस्य मोहम्मद आजम खां बैठक में शामिल नहीं हो सकेंगे।
महागठबंधन का अंग रही थी राकांपा
विधानसभा चुनावों में अलग राह अख्तियार कर चुकी राकांपा कुछ समय तक इस महागठबंधन का अंग रही थी। हाल में ही हुए बिहार विधान परिषद की 24 सीटों के चुनाव में जद यू, राजद, कांग्रेस और एनसीपी साथ मिलकर मैदान में उतरे थे।