दर्शकों के हंगामे के बाद धौनी ने दिया ये अजीबोगरीब बयान
एक तरफ जहां टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में हारकर निराश किया, वहीं दूसरी ओर मैदान पर मौजूद दर्शकों ने भी बोतलें फेंकते हुए मैच को रोकने की कोशिश की और पूरे देश को शर्मसार किया। हालांकि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने दर्शकों की
कटक। एक तरफ जहां टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच में हारकर निराश किया, वहीं दूसरी ओर मैदान पर मौजूद दर्शकों ने भी बोतलें फेंकते हुए मैच को रोकने की कोशिश की और पूरे देश को शर्मसार किया। हालांकि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने दर्शकों की इस हरकत की आलोचना करने की बजाय खुले तौर पर उन दर्शकों का समर्थन किया जिन्होंने ये हरकत की।
- धौनी का अजीब बयानः
धौनी के मुताबिक इस मामले को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए क्योंकि दर्शकों ने ये बस अपनी मौज-मस्ती के लिए किया था। धौनी ने कहा, 'ऐसी चीजों पर हमको ज्यादा गंभीर होने की जरूरत नहीं है। मुझे अब भी विजाग में खेला गया वो मैच याद है जब हम आसानी से जीत रहे थे लेकिन तब भी फैंस ने मैदान पर बोतलें फेंकी थीं। ये एक बोतल से शुरू होता है और उसके बाद ये दर्शकों के लिए मस्ती का जरिया बन जाता है।'
हालांकि धौनी ने ये भी कहा कि खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर कोई कोताही नहीं बरती गई। धौनी ने कहा, 'जहां तक खिलाड़ियों की सुरक्षा की बात है तो मुझे नहीं लगता इसको लेकर कोई गंभीर खतरा था। दर्शक दीर्घा में मौजूद कुछ दर्शक मैदान पर बोतलें फेंक रहे थे इसलिए अंपायरों को लगा कि खिलाड़ियों को या तो मैदान के बीच में रहना चाहिए या फिर मैदान से बाहर आ जाना चाहिए। हम जब कुछ मौकों पर अच्छा नहीं खेले तो ऐसी चीजें होती ही हैं। सिर्फ शुरुआती कुछ बोतलें गुस्से में फेंकी जाती हैं, उसके बाद ये सिर्फ मस्ती होती है।'
- दक्षिण अफ्रीकी कप्तान भी निराशः
एक तरफ जहां धौनी दर्शकों की इस हरकत को रफादफा करते नजर आए, वहीं, दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फैफ डु प्लेसी इससे काफी निराश और नाराज दिखे। डु प्लेसी ने कहा, 'ऐसा कुछ होना (बोतलें फेंकना) मुझे नहीं लगता सही है। ऐसा नहीं होना चाहिए। जिस तरह से मैच अंत में खेला गया, उसने अपना मजा खो दिया था क्योंकि जब हमको 20 रन चाहिए थे तब शायद भारत हार मान चुका था। ये काफी निराशाजनक था, उम्मीद है कि ये इस दौरे पर पहली और आखिरी बार हुआ है।' वैसे, इससे पहले पूर्व दिग्गज सुनील गावस्कर ने दर्शकों की इस हरकत पर ओडीशा पुलिस को आड़े हाथों लेते हुए सलाह दी थी कि कुछ सालों तक कटक को अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी नहीं दी जानी चाहिए।