32 सांसदों को छोड़ना होगा अशोक होटल का कमरा
पांच सितारा अशोक होटल में महीनों से डेरा जमाए बैठे सांसदों को बजट सत्र के आखिरी दिन तक कमरा खाली करना होगा। वरना उन्हें अपनी जेब ढ़ीली करनी होगी। सरकार की ओर से उन्हें इसका लिखित सर्कुलर जारी कर दिया गया है।
नई दिल्ली। पांच सितारा अशोक होटल में महीनों से डेरा जमाए बैठे सांसदों को बजट सत्र के आखिरी दिन तक कमरा खाली करना होगा। वरना उन्हें अपनी जेब ढ़ीली करनी होगी। सरकार की ओर से उन्हें इसका लिखित सर्कुलर जारी कर दिया गया है।
यूं तो दिल्ली में सरकारी आवास मुहैया कराए जाने तक सांसदों को होटल में कमरे की सुविधा देने का प्रावधान है। लेकिन इस बार यह थोड़ा लंबा खिंच गया। दरअसल बड़ी संख्या में संसद में नए सदस्य आए हैं और पुराने सांसदों की ओर से आवास खाली किए जाने, घर की मरम्मत आदि में वक्त थोड़ा ज्यादा लगा और सरकारी खजाने पर करोड़ों का बोझ आ गया।
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लेकिन उससे भी बड़ी समस्या यह थी कि सत्रावकास में भी खुद सांसद या फिर उनके पीए पीएस या निजी लोगों ने कब्जा बनाए रखा। ऐसे में यह सर्कुलर जारी किया गया है कि होटल में रह रहे लोकसभा के सदस्य 8 मई के बाद कमरा खाली कर दें। जबकि राज्यसभा सदस्यों के लिए 13 तारीख तक का वक्त दिया गया है।
गौरतलब है कि लोकसभा में बजट सत्र 8 मई को खत्म हो रहा है जबकि राज्यसभा में सत्रावसान 13 को होगा। यह प्रावधान किया गया है कि अगले सत्र तक भी नया आवास मुहैया नहीं होता है तो होटल में कमरा दिया जा सकता है। लेकिन यह कमरा सत्र के दौरान या फिर कमेटी की बैठकों के दौरान मिलेगा। बाकी दिनों में कमरे के किराया खुद भरना होगा। फिलहाल 30-32 सासंद होटल मे रुके हुए हैं और सरकार को हर कमरे का 7000 रुपये रोजाना की दर पर किराया देना होता है।
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