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'मैं बार-बार शू-शू कर देती थी इसलिए दीदी ने मोमबत्ती से जला दिया'

बच्चियों के आश्रय के लिए बना लाडली आश्रय गृह उनके लिए यातना गृह बन गया था। सोमवार को एक मासूम के साथ अमानवीय कृत्य का मामला सुर्खियों में आने के बाद दो और बच्चियों को मोमबत्ती से दागे जाने की बात सामने आई है। इस बात का खुलासा प्रशासन की

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Wed, 21 Jan 2015 01:38 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jan 2015 02:58 PM (IST)
'मैं बार-बार शू-शू कर देती थी इसलिए दीदी ने मोमबत्ती से जला दिया'

भोपाल (मप्र)। बच्चियों के आश्रय के लिए बना लाडली आश्रय गृह उनके लिए यातना गृह बन गया था। सोमवार को एक मासूम के साथ अमानवीय कृत्य का मामला सुर्खियों में आने के बाद दो और बच्चियों को मोमबत्ती से दागे जाने की बात सामने आई है। इस बात का खुलासा प्रशासन की टीम द्वारा आनन-फानन में शेल्टर होम का दौरा करने के बाद हुआ है। हालांकि जिम्मेदार अफसर इस मामले को जांच में बताते हुए फिलहाल कुछ कहने से बच रहे हैं। उधर, पुलिस ने मंगलवार को आश्रयगृह की केयर टेकर को पास्को एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है।

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पांच साल की मासूम बच्ची को मोमबत्ती से दागने के मामले में महिला एवं बाल विकास की टीम ने मंगलवार को लाडली आश्रय गृह का निरीक्षण किया। इस दौरान वहां मौजूद 19 बच्चियों से अलग-अलग बात की। सूत्र बताते हैं कि इस दौरान 5 से 10 आयु वर्ग की दो मासूमों ने भी केयर टेकर द्वारा उन्हें मोमबत्ती से दागने की शिकायत की। टीम ने उनके बयान नोट कर मामले को जांच में लिया है।

लाइट चली गई थी, इसलिए जलाई थी मोमबत्ती

5 साल की बच्ची को मोमबत्ती से दागने के आरोप में आश्रय गृह की केयरटेकर कलावती को स्टेशन बजरिया पुलिस ने मंगलवार सुबह हिरासत में ले लिया था। प्रारंभिक पूछताछ में उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। पुलिस के मुताबिक कलावती ने बताया कि उस दिन बिजली गुल हो गई थी।

रोशनी के लिए मोमबत्ती जलाई गई थी, जिससे लड़की ने खेल-खेल में खुद को जला लिया। लेकिन बच्ची को इलाज के लिए न ले जाने के सवाल पर वह निरुत्तर हो गई। बच्ची की मां की शिकायत, बच्ची के बयान और उसकी मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर कलावती के खिलाफ दफा-324 और लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम-2012(पास्को) के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है।

बेटी को नहलाते समय हुआ जुल्म का खुलासा

बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष डॉ. के एस दुबे ने बताया कि एक महिला की दो बच्चियों को 1 दिसंबर 2014 को लाडली आश्रय गृह में रखा गया था। महिला 17 जनवरी को अपनी बच्चियों को आश्रय गृह से वापस अपने घर ले गई। 19 जनवरी को वह बच्चियों को नहला रही थी, तभी उसने छोटी बेटी के गुप्तांग के पास व जांघ के पास घाव देखा।

पूछने पर उसने बताया कि मैं बार-बार शू-शू कर देती थी। इसलिए दीदी ने मोमबत्ती से जला दिया था। बच्ची की मां पहले बेटी को लेकर गौरवी पहुंची। इसके बाद गौरवी की प्रीति सिंह के साथ शिकायत दर्ज कराई। इस मामले में स्टेशन बजरिया पुलिस को आरोपी केयरटेकर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। आशंका है कि कुछ और बच्चियों के साथ भी प्रताड़ना हुई है।

इनका कहना है

मंगलवार को लाडली आश्रयगृह का आकस्मिक निरीक्षण कर बालिकाओं से चर्चा की गई है। और दो-तीन बच्चियों ने प्रताड़ना की बात कही है। मामले की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ क ड़ी कार्रवाई की जाएगी। -अनुराग जोशी, महिला सशक्तिकरण अधिकारी

बच्ची को मोमबत्ती से दागने के मामले में आरोपी केयर टेकर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ पास्को एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। -एमके मालवीय, टीआई, स्टेशन बजरिया

[साभार: नई दुनिया ]

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