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मध्य प्रदेश:आदमी-जानवर के संघर्ष में पांच सालों मे हुई 260 लोगों की मौत

वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2011-12 में 51 लोग जंगली जानवरों द्वारा मारे गए थे वहीं 2012-13 और 2013-14 के दौरान प्रत्येक साल में 48 लोगों की जान गई थी।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Fri, 02 Dec 2016 12:31 PM (IST)Updated: Fri, 02 Dec 2016 12:48 PM (IST)
मध्य प्रदेश:आदमी-जानवर के संघर्ष में पांच सालों मे हुई 260 लोगों की मौत

भोपाल, पीटीआई। मध्य प्रदेश में बीते पांच सालों में आदमी और जानवरों के बीच हुए संघर्ष में लगभग 260 लोगों की मौत हो चुकी है और 10,955 लोग घायल हो चुके हैं। यह आंकडे राज्य के वन विभाग के अधिकारियों के लिए चिंता का गंभीर कारण है। इसके अलावा इसी समय में मनुष्यों द्वारा 22 बाघ, तेंदुए, भालू, जंगली सूअर और सियार मारे जा चुके हैं।

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चौंका देते है पांच सालों के आंकडे

वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 2011-12 में 51 लोग जंगली जानवरों द्वारा मारे गए थे वहीं 2012-13 और 2013-14 के दौरान प्रत्येक साल में 48 लोगों की जान गई थी। इसके अलावा 2014-15 में 61 तो 2015-16 में 52 लोगों की मौत हुई थी। इसी तरह 2011-12 में 3,181 लोग घायल हुए थे। 2012-13 में 2,906, 2013-14 में 2,092, 2013-14 में 1,334 तो 2014-15 में 1,442 लोग घायल हुए थे। इसके अलावा 25,344 मवेशी भी पिछले पांच साल में मारे गए हैं।

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19 नवंबर को बाघ ने बच्ची को मार गिराया

हाल ही में, 19 नवंबर को होशंगाबाद जिले के बगदा वन रेंज के पास एक नाबालिग लड़की को बाघ ने मार दिया था। वन्यजीव कार्यकर्ता अजय दुबे ने इस घटना के लिए मध्य प्रदेश में घट रहे वन आवरण को दोषी ठहराया है। और उन्होंने कहा है कि वन क्षेत्रों में फैल अतिक्रमण के कारण ही आदमी और जानवरों के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ती जा रही है।

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