‘हिलेरी स्टेप’ के न रहने से बढ़ी मुश्किलें, एवरेस्ट फतह करना अब अौर खतरनाक
पिछले साल अमेरिकन हिमालयान फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित तस्वीरों से यह रिपोर्ट सामने आयी थी की हिलेरी स्टेप का क्षय हो रहा है। लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी थी क्योंकि वह जगह पूरी तरह बर्फ से ढका था।
नई दिल्ली(जेएनएन)। पर्वतारोहियों ने इस बात की पुष्टि की है कि प्रसिद्ध माउंट एवरेस्ट की चोटी का एक हिस्सा ‘हिलेरी स्टेप’ गिर गया है जिससे एवरेस्ट के शिखर पर चढ़ना अब अधिक खतरनाक हो सकता है।
सर एडमंड हिलेरी के नाम पर ‘हिलेरी स्टेप’
1953 में एवरेस्ट पर पहली बार फतह हासिल करने वाले शेरपा तेंजिंग नॉर्गे के साथ सर एडमंड हिलेरी पहले व्यक्ति थे। उनके वहां पहुंचने के बाद चोटी के एक चट्टान का नाम ‘हिलेरी स्टेप’ रखा गया था जिसका 2015 के नेपाल भूकंप के बाद अंत हो गया। इस बात की पुष्टि पर्वतारोही ने किया है।
बर्फ के कारण नहीं हो सकी थी पुष्टि
पर्वतारोहियों द्वारा पहले इस तरह की अफवाह थी कि हिलेरी स्टेप खत्म हो गया है लेकिन बर्फ के कारण इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी थी। पिछले सप्ताह ब्रिटिश अभियान दल के टिम मोजेडेल ने फेसबुक पर एक तस्वीर पोस्ट करते हुए इस बात की पुष्टि की।
नहीं रहा ‘हिलेरी स्टेप’
उन्होंने लिखा, ‘यह सत्य है- हिलेरी स्टेप अब नहीं रहा।‘ उन्होंने आगे लिखा कि यह पिछले साल ही देखा गया था और मैं पिछले साल वहां गया था लेकिन उस वक्त इसकी पुष्टि नहीं कर सकते थे क्योंकि वह क्षेत्र बर्फ से पूरी तरह ढका हुआ था। इस साल हिलेरी स्टेप नामक वह चट्टान अपनी जगह से गायब था। उनके अनुसार हिलेरी स्टेप के गिर जाने के कारण अब पर्वतारोहियों के लिए एवरेस्ट पर चढ़ पाना आसान तो होगा, लेकिन यह रास्ता पहले की तुलना में और ज्यादा खतरनाक हो जाएगा।
पिछले साल अमेरिकन हिमालयान फाउंडेशन द्वारा प्रकाशित तस्वीरों से यह रिपोर्ट सामने आयी थी की हिलेरी स्टेप का क्षय हो रहा है। लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी थी क्योंकि वह जगह पूरी तरह बर्फ से ढका था। गत 16 मई को मोजडेल एवरेस्ट समिट के लिए वहां गए थे और इस बात की पुष्टि की।
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