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दो बेटियों की मां ने पांच दिन में दूसरी बार फतह किया एवरेस्ट

भारतीय पर्वतारोही अंशु जामसेनपा ने रचा इतिहास, एवरेस्ट पर पांच बार तिरंगा फहराने वाली पहली भारतीय महिला बनीं...

By Srishti VermaEdited By: Published: Mon, 22 May 2017 08:45 AM (IST)Updated: Mon, 22 May 2017 08:45 AM (IST)
दो बेटियों की मां ने पांच दिन में दूसरी बार फतह किया एवरेस्ट
दो बेटियों की मां ने पांच दिन में दूसरी बार फतह किया एवरेस्ट

ईटानगर, प्रेट्र : भारतीय पर्वतारोही और दो बेटियों की मां अंशु जामसेनपा ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने महज पांच दिन में दूसरी बार दुनिया के सबसे ऊंचे शिखर माउंट एवरेस्ट को फतह किया है। ऐसा करने वाली अंशु दुनिया की पहली महिला हैं। इस उपलब्धि के साथ ही वह एवरेस्ट पर पांच बार तिरंगा फहराने वाली पहली
भारतीय महिला भी बन गई हैं। अरुणाचल प्रदेश की 32 वर्षीय अंशु ने 16 मई को चौथी बार 8,848 मीटर ऊंचे एवरेस्ट के शिखर पर तिरंगा फहराया था। उनके पति टी. वांग ने बताया कि अंशु ने दूसरी बार चढ़ाई शुक्रवार को शुरू की थी और रविवार सुबह करीब आठ बजे नेपाली पर्वतारोही के साथ शिखर पर पहुंचीं। अंशु ने साल 2011 में भी इसी तरह की उपलब्धि हासिल की थी।

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उस समय उन्होंने 12 से 21 मई, 2011 के बीच महज दस दिन में ही दो बार एवरेस्ट को फतह करने की उपलब्धि हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने तीसरी सफलता 18 मई 2013 को पाई थी। अंशु ने पांचवीं बार चढ़ाई शुरू करने से पहले कहा था, ‘मेरा लक्ष्य अब माउंट एवरेस्ट पर फिर तिरंगा फहराने और भगवान बुद्ध को नमन करने का है। इसके लिए मैं अपने देशवासियों से आशीर्वाद और समर्थन मांगती हूं।’ उनकी सफलता के लिए अरुणाचल प्रदेश के कई मठों और मंदिरों में प्रार्थनाएं आयोजित की गई थीं। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने दो अप्रैल को गुवाहाटी से अंशु को रवाना किया था।

नौसैनिकों ने भी चूमा एवरेस्ट: भारतीय नौसैनिकों की एक टीम ने भी रविवार को माउंट एवरेस्ट के शिखर को फतह किया। लेफ्टिनेंट कमांडर विकास महाराणा, लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी, लेफ्टिनेंट कमांडर सीएस यादव और
लेफ्टिनेंट अनंत कुकरेती ने शनिवार को अंतिम चढ़ाई शुरू की थी और सुबह साढ़े छह बजे तिरंगा लहराया। नौसेना के पर्वतारोहियों ने 50 साल पहले पहली बार शिखर को फतह किया था।

पूर्व मिस इंडिया फाइनालिस्ट समेत छह को बचाया : एवरेस्ट फतह करने निकले, लेकिन ऊंचाई वाले रोगों से ग्रसित हो गए छह लोगों को रविवार को सुरक्षित नीचे ले आया गया। इनमें पूर्व मिस इंडिया फाइनालिस्ट संगीता एस. बहल (52) भी शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर की रहने वाली संगीता 1985 में आयोजित मिस इंडिया प्रतियोगिता की फाइनालिस्ट रही हैं। उनके अलावा अर्जेंटीना के पर्वतारोही अंद्रेस स्टीवन पेरीज व रिकार्डो डेरियो बिर्न और नेपाली पर्वतारोही फुर्बा तमांग को भी सुरक्षित ले आया गया। एक चीनी और एक स्लोवाकियाई पर्वतारोही को भी
बचाया गया है। एवरेस्ट की चढ़ाई के दौरान रविवार को एक 50 वर्षीय अमेरिकी पर्वतारोही की मौत हो गई। वह शिखर के करीब पहुंच चुका था। इस सीजन में एवरेस्ट पर यह तीसरी मौत है।

चीन से एवरेस्ट फतह करने वाली पहली भारतीय महिला अनिता
भारत की एक और बेटी ने नया कीर्तिमान अपने नाम कर लिया है। अनिता कुंडू चीन की तरफ से माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली भारत की पहली महिला बन गई हैं। मालूम हो, इससे पहले अनिता 18 मई, 2013 में नेपाल की तरफ से एवरेस्ट फतह करने वाली पहली महिला बनी थीं। उन्होंने चार अप्रैल से चढ़ाई शुरू की थी। अनिता हरियाणा पुलिस में सब इंस्पेक्टर हैं। 2001 में पिता की मृत्यु के बाद उनका परिवार हिसार में रहने लगा।

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