मिलिए आजादी के बाद से देश की सबसे पॉपुलर कारों से, आज भी धड़कता है इनके लिए दिल
एक जमाना ऐसा भी था जब एक ही मॉडल कई साल तक चलता था। कार कंपनियां एक ही मॉडल ऐसा बनाती थी कि वो हिट हो जाता था। आइये आपको बताते हैं उन कारों के बारे में जो आज भी हर भारतीय की पसंद हैं
नई दिल्ली (जेएनएन)। आजकल देश में हर साल नई-नई कारें लॉन्च हो रही हैं, और कुछ समय बाद कंपनियां उन्हें बंद भी कर देती हैं। लेकिन एक जमाना ऐसा भी था जब एक ही मॉडल कई साल तक चलता था। हर साल कारें लॉन्च नहीं होती थीं। एक ही मॉडल ऐसा बनाता था कि वो हिट हो जाता था। आइये आपको बताते हैं उन कारों के बारे में जो आज भी हर भारतीय की पसंद हैं।
मारुति 800
मारुति सुजुकी की छोटी कार 800 के बारे में भला कौन नहीं जानता होगा। 1983 में जब इस कार को पहली बार भारत में लॉन्च किया गया था तब कार खरीदना एक बड़ी बात होती थी और जिसके भी पास यह कार होती थी वो अपने आप को किसी से कम नहीं समझते थे। लेकिन मारुति 800 के बारें में कुछ ऐसी रोचक जानकारियां हम आपको बताने जा रहे हैं जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे। मारुति ने 800 को वर्ष 1983 में भारत में लॉन्च किया था कंपनी ने 800 मॉडल की कीमत 48,000 रुपए रखी थी और ऑन रोड इसकी कीमत तक़रीबन 52,500 थी। मारुति 800 ऐसी कार थी जिसकी टॉप स्पीड उसके मीटर तक चली जाती थी। जी हां यह कार 140 किलोमीटर/घंटा की रफ्तार से चल सकती थी और इसकी इसकी टॉप स्पीड 144 किलोमीटर/घंटा रिकॉर्ड की गई थी। कई सेलिब्रिटी के पास मारुति 800 थी सचिन तेंदुलकर और शाहरुख़ ख़ान के पास भी यह कार थी सचिन के पास तो आज भी यह कार उनके गैराज की शोभा बढ़ा रही है। साल 2000 में मारुति सुजुकी ने ऑल्टो से 800 को रिप्लेस किया और वर्ष 2014 में मारुति 800 का प्रॉडक्शन पूरी तरह बंद कर दिया गया।
हिन्दुस्तान एंबेसडर
देश के पीएम से लेकर आम आदमी तक की पसंदीदा कार एंबेसडर ब्रैंड को पूजो ने खरीदा ऐंबैसडर ब्रैंड को सात दशक पहले भारत में लॉन्च किया गया था। 1980 के दशक के मध्य में हर साल 24,000 ऐंबैसडर बिकती थीं, वहीं 2013-14 में यह संख्या घटकर केवल 2,500 यूनिट रह गई। आपको बता दें कि एंबेसडर का प्रोडक्शन 1958 से लेकर 2014 तक चला इस साल फरवरी में एंबेसडर ब्रैंड को फ्रेंच कार कंपनी पूजो (Pegeot) ने खरीद लिया है। फ्रैंच कंपनी और सीके बिड़ला ग्रुप के मालिकाना हक वाली हिंदुस्तान मोटर्स के बीच यह सौदा करीब 80 करोड़ रुपए में हुआ है।
हिन्दुस्तान कॉन्टेसा
कॉन्टेसा कार को भला कौन भूल सकता है बॉलीवुड में सबसे पॉपुलर कारों में से एक थी यह कार। फिल्मों के अलावा रियल लाइफ में एक्टर और विलेन ने इस कार को काफी यूज किया था। यह देश की पहली लग्जरी कार भी थी। यह कार पहले 1.5L, 1.8L और 2.0L पेट्रोल और डीजल इंजन में आई थी। हिंदुस्तान मोटर्स ने इस कार का प्रोडक्शन 1984 से लेकर 2002 तक ही किया था फिर बाद में इसे मार्किट में बंद कर दिया।
प्रीमियर पद्मिनी
हिन्दुस्तान की एंबेसडर कार को अगर सही मायनों में किसी कार ने कड़ी चुनौती दी थी तो वो कार थी प्रीमियर की पद्मिनी। अपने जमाने में इस कार को बॉलीवुड एक्टर्स ने काफी पसंद भी किया था।
पद्मिनी कार में 1,089 cc और1,366cc का डीजल इंजन लगा था। इस कार का प्रोडक्शन 1973 से 1998 के बीच चला।
मारुति सुजुकी 1000 (एस्टीम)
मारुति की 1000(एस्टीम) अपने जमाने की सबसे हिट कार रही थी। 1990-2000 तक इस कार भारत में राज किया। कई बॉलीवुड फिल्मों में इस को देखा गया। अपने दौर में यह सबसे ज्यादा वेटिंग लिस्ट वाली कार थी। हालात ये थे कि लाटरी के जरिये यह कार लोगों को मिलती थी। उस वक़्त इस कार की कीमत 3.81 लाख रुपये होती थी। मारुति की डिजायर इसी कार का रिप्लेसमेंट है।
मारुति सुजुकी जेन
मारुति की जेन को भला कौन भूल सकता है। अपने दौर की यह सबसे बेहतरीन कार थी। इस कार को खरीदना और इसमें सवारी करना लोग अपनी शान समझते थे। इसकी मेंटेनेंस कम थी और कैबिन में शोर बिलकुल नहीं आता था। इसके बाद कंपनी ने जेन की जगह एस्टिलो नाम से इसी कार को लॉन्च किया और नतीजा एस्टिलो मॉडल मारुति सुजुकी की सबसे बड़ी गलती साबित हुई, और जेन नाम सिर्फ यादों में कहीं खो गया भारत में इस कार का सफर साल 1993 से 2006 तक रहा।
हुंडई सेंट्रो
भारत में हुंडई की पहली छोटी कार सेंट्रो थी जिसके आने बाद यह हर फैमिली की पसंदीदा कार बनी। कार का लुक्स, स्पेस और परफॉरमेंस खूबियां थीं। ग्राहकों ने इसे हाथों-हाथ लिया। साल 2014 में कंपनी ने इसका प्रोडक्शन बंद कर दिया, लेकिन हुंडई वापस नई सेंट्रो को भारत में लाने पर विचार कर रही है।