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मोगा कांड: भारी सुरक्षा के बीच हुआ पीडि़ता का अंतिम संस्कार

पंजाब के मोगा में कथित छेड़छाड़ की शिकार किशोरी की मौत के चार दिन बाद आज उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। अब तक शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया था और शव शवगृह में रखा था। आज सहमति बनने के बाद उसका पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमॉर्टम के लिए परिजनों

By manoj yadavEdited By: Published: Sun, 03 May 2015 07:06 PM (IST)Updated: Sun, 03 May 2015 10:14 PM (IST)
मोगा कांड: भारी सुरक्षा के बीच हुआ पीडि़ता का अंतिम संस्कार

मोगा। पंजाब के मोगा में कथित छेड़छाड़ की शिकार किशोरी की मौत के चार दिन बाद आज उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। अब तक शव का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया था और शव शवगृह में रखा था। आज सहमति बनने के बाद उसका पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमॉर्टम के लिए परिजनों की सहमति लेनी होती है लेकिन उनका कहना था कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तब तक वे सहमति नहीं देंगे। लेकिन रविवार को मोगा में परिवारवालों, प्रशासन और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक हुई जिसमें पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार को लेकर सहमति बनी।

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गौरतलब है कि चार दिन पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल की कंपनी आर्बिट की बस में मां-बेटी से छेडख़ानी कर उन्हें बस से धक्का देने के बाद हादसे में बेटी की मौत गई थी। इसके बाद से प्रदेश की राजनीति गरमा गई और प्रदेश सरकार बुरी तरह घिर गई। परिजन बादल परिवार पर केस दर्ज करने की मांग कर रहे थे, लेकिन शनिवार दोपहर अचानक पुलिस व प्रशासन के आलाधिकारी पीडि़त परिवार से मिलने पहुंचे। प्रशासन ने बताया कि मामले में समझौता हो गया। परिवार पोस्टमार्टम के लिए राजी हो गया। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। उधर, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी व पीपीपी ने आरोप लगाया है कि प्रशासन ने दबाव डालकर परिवार से समझौता कराया।

मोगा में शनिवार को भी दिनभर गहमागहमी रही। पीडि़त महिला व परिवार से मिलने आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास, प्रदेश कांग्र्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा, पीपीपी प्रधान मनप्रीत बादल समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता पहुंचे। नेताओं ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति चौपट हो चुकी है। उन्होंने आर्बिट बस मामले में बादल परिवार पर केस दर्ज करने की मांग की। साथ ही इस बात पर भी नाराजगी जताई कि अभी तक बादल परिवार का कोई भी सदस्य पीडि़त परिवार से मिलने नहीं पहुंचा है।

इधर, उस अस्पताल के बाहर धरना-प्रदर्शनों का क्रम जारी था जहां पीडि़त महिला का उपचार चल रहा है तो उधर आइजी व जिला उपायुक्त दलबल के साथ अचानक दोपहर को पीडि़त परिवार से मिलने पहुंचा। प्रशासन बताया कि पीडि़त परिवार से समझौता हो गया है। पीडि़त परिवार को 24 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, जबकि परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने का वादा किया गया है। इससे पूर्व अनुसूचित जाति जनजाति आयोग भी लड़की के परिजनों को 6 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा कर चुका है।

इस बीच, मृतक लड़की के ताया का कहना है कि प्रशासन धक्के से समझौता करवा रहा है। अगर प्रशासन ने जोर जबरदस्ती की तो वह पेट्रोल छिड़ककर आग लगा देंगे। वहीं, आप, कांग्र्रेस, पीपीपी आदि ने कल घटना के विरोध में पंजाब बंद का आह्वान किया है। मामले को लेकर आज प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी विरोध प्रदर्शन हुए। जालंधर में गुस्साए लोगों ने पीएपी चौक पर इंडो कनैडियन बस रोकी और प्रदर्शन किया।

मेरी बेटी की मौत पर राजनीति न करो

अस्पताल में भर्ती मृतक बच्ची की मां से मिलने पहुंचे प्रदेश कांग्र्रेस अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा व आप सांसद भगवंत मान से उसने कहा कि उसकी बेटी की मौत पर राजनीति न की जाए। वह बहुत परेशान है।

पंजाब में राष्ट्रपति शासन लागू हो : बाजवा

मोगा कांड को आधार बनाते हुए कांग्र्रेस के प्रदेश प्रधान प्रताप सिंह बाजवा ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने इस संबंध में राष्ट्रपति को पत्र भी लिखा हैं। राज्य की कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए बाजवा ने कहा 'पंजाब कभी खुशहाल होता था। लेकिन अब बादल परिवार की जागीर बन गया है। उन्होंने सुखबीर बादल पर केस दर्ज करने की भी मांग की।

मामले पर हाई कोर्ट सोमवार को करेगा सुनवाई

मोगा मामले की जांच व दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई पर समाचार पत्रों की खबर के साथ एक व्यक्ति ने हाई कोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर मामले में कार्रवाई की मांग की है। हाई कोर्ट के कार्यवाहक चीफ जस्टिस ने इस पत्र पर संज्ञान लेकर न्यायिक स्तर पर सुनवाई के आदेश जारी करते हुए इस पत्र को याचिका का रूप देते हुए सुनवाई के आदेश जारी किए हैं। हाई कोर्ट के जस्टिस एस के मित्तल सोमवार को इस मामले पर सुनवाई करेंगे।

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