सरकार के 2 वर्ष पूरे होने पर मोदी की फौज आज यूपी में मनाएगी विकास पर्व
केंद्र सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर भाजपा उत्तर प्रदेश में विकास पर्व का आयोजन कर रही है। इस कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहारनपुर में थे तो आज उनकी फौज प्रदेश के विभिन्न जिलों में जाएंगी।
लखनऊ। केंद्र सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर भाजपा उत्तर प्रदेश में विकास पर्व का आयोजन कर रही है। इस कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहारनपुर में थे तो आज उनकी फौज प्रदेश के विभिन्न जिलों में जाएंगी। केंद्र सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए भाजपा अपनी पूरी ताकत लगाएगी। केंद्रीय मंत्रियों के साथ संगठन के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के लिए भी जिले आवंटित किये गये हैं।
विकास पर्व के अन्तर्गत होने वाले कार्यक्रमों के लिए प्रदेश भर की जिला इकाइयों को सक्रिय किया गया है। केंद्रीय मंत्रियों के दौरे के संदर्भ में पाठक ने बताया कि लखनऊ में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, उपेन्द्र कुशवाहा और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, वाराणसी में जेपी नड्डा, बंडारू दत्तात्रेय एवं राष्ट्रीय मंत्री राम विचार नेताम, बरेली में चौधरी वीरेन्द्र सिंह, रमेश पोखरियाल निशंक और युवा मोर्चा अध्यक्ष अनुराग ठाकुर, आगरा में हरिसिमरत कौर, मनोज सिन्हा एवं राष्ट्रीय मंत्री पूनम महाजन, नोएडा में सुषमा स्वराज, मुख्तार अब्बास नकवी एवं अति पिछड़ा मोर्चा के अध्यक्ष एसपी सिंह बघेल, इलाहाबाद में वेंकैया नायडू, जयंत सिन्हा एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री, कानपुर में नितिन गडकरी, वाइएस चौधरी एवं राष्ट्रीय मंत्री रामेन डेका, गाजियाबाद में मनोहर पार्रिकर, विजय सांपला व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. दिनेश शर्मा, मेरठ में सुरेश प्रभु, संजीव बालियान एवं राष्ट्रीय महामंत्री राम माधव, अलीगढ़ में सदानंद गौड़ा, निहालचंद एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे, मुजफ्फरनगर व बहराइच में नजमा हेपतुल्ला, श्रीपद नाइक एवं राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, मथुरा में रविशंकर प्रसाद, सुदर्शन भगत, एवं राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पाण्डेय, इटावा व बदायूं में नरेन्द्र सिंह तोमर, कृष्णपाल व राष्ट्रीय मंत्री एच राजा, रायबरेली में राम विलास पासवान, गिरिराज सिंह व राष्ट्रीय महामंत्री भूपेन्द्र यादव, मीरजापुर में जुएल उरांव, राजवद्र्धन सिंह व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना, झांसी व देवरिया में राधा मोहन सिंह, बाबुल सुप्रियो व राष्ट्रीय मंत्री महेश गिरी, शाहजहांपुर व हरदोई में थावरचंद गहलौत, मनसुख भाई व राष्ट्रीय मंत्री श्रीकांत शर्मा, गोरखपुर में स्मृति ईरानी, राधाकृष्णन एवं राष्ट्रीय मंत्री सुश्री ज्योति, मुरादाबाद में डॉ. हर्षवद्र्धन, साध्वी निरंजन ज्योति व राष्ट्रीय मंत्री डॉ. महेन्द्र सिंह, रामपुर में राजीव प्रताप रूड़ी, विष्णु देव व राष्ट्रीय मंत्री तरुण चुग, फैजाबाद में धर्मेन्द्र प्रधान, रामकृपाल यादव व किसान मोर्चा के अध्यक्ष विजय पाल तोमर, फीरोजाबाद में प्रकाश जावड़ेकर, वीएस येदुरप्पा एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम रुपाला, मऊ में जितेन्द्र सिंह, मेजर जनरल वीएस खंडूरी, व राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. अनिल जैन, संभल में अनंत गीते, किरन रिज्जू व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा प्रदेश प्रभारी ओमप्रकाश माथुर, फर्रुखाबाद में निर्मला सीतारमण, हरि भाई और अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष दुष्यंत गौतम भाग लेंगे।
चेहरे को लेकर असमंजस
असम की चुनावी सफलता से उत्साहित भाजपा उत्तर प्रदेश में भी मुख्यमंत्री का नाम घोषित करना चाहती है लेकिन चेहरों को लेकर असमंजस बना हुआ है। संभव है कि इलाहाबाद में 12 और 13 जून को होने वाली राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक में भी कोई नाम प्रस्तावित हो जाए।
दरअसल, भाजपा दलितों को जोड़कर उत्तर प्रदेश में पिछड़ा कार्ड खेलना चाहती है। लोकसभा चुनाव में पिछड़ा कार्ड ने उत्तर प्रदेश से भाजपा को अभूतपूर्व सफलता दिलायी। भाजपा ने पिछड़ी जाति के केशव मौर्य को इसी मंशा से प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया लेकिन यह भी सही है कि मुख्यमंत्री के लिए पिछड़ी जाति में अभी पार्टी के पास कोई ऐसा चेहरा नहीं दिख रहा है जिसके आकर्षण पर वह चुनावी किला फतह कर सके। एक वर्ग की कोशिश है कि राष्ट्रीय कार्य समिति में नाम तय होने से दूर तक संदेश जाएगा लेकिन पार्टी में एक धड़ा नवंबर तक मुख्यमंत्री का चेहरा तय करने का हिमायती है। एक बात पूरी तरह साफ है कि भाजपा मुख्यमंत्री का नाम घोषित करके ही चुनाव लड़ेगी क्योंकि पार्टी के प्रभावी नेताओं ने इस बात के संकेत दे दिए हैं।