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VIDEO : हमारी लड़ाई उनसे, जिनके भीतर शैतान : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (नमो) ने आज मुंगेर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राज्‍य सरकार तथा लालू-नीतीश की जोड़ी को आड़े हाथों लिया। उन्‍होंने लालू प्रसाद के गोमांस पर बयान व बाद में उनकी सफाई की चर्चा करते हुए तंज कसा।

By Pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 08 Oct 2015 12:22 AM (IST)Updated: Thu, 08 Oct 2015 08:05 PM (IST)
VIDEO : हमारी लड़ाई उनसे, जिनके भीतर शैतान : मोदी

मुंगेर [संजय सिंह]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (नमो) ने आज मुंगेर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राज्य सरकार तथा लालू-नीतीश की जोड़ी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने लालू प्रसाद के गोमांस पर बयान व बाद में उनकी सफाई की चर्चा करते हुए तंज कसा। मोदी ने कहा कि बिहार में उनकी लड़ाई उन लोगों से है, जिनके भीतर शैतान बैठा है।

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PICS : मुंगेर की धरती से नमो ने नीतीश और लालू पर साधा निशाना

प्रधानमंत्री को देखने - सुनने मुंगेर में उमड़ी भीड़, देखें तस्वीरें...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुंगेर की चुनावी सभा ने आज साबित कर दिया कि बिहार चुनाव में एक बड़ा मुद्दा अब बयान ही हो गया है। मोदी ने लालू के भदेसपन का पानी उतार दिया। लालू को उन्हीं के अंदाज और शब्दों में घेरा।

दरअसल महागठबंधन की राजनीति का सबसे बड़ा चेहरा लालू प्रसाद यादव ही हैं, यह जगजाहिर है। बहुत करीने से प्रधानमंत्री ने लालू के उस बयान को अपने पक्ष में भुनाया जिसमें लालू ने कहा था कि हिंदु बीफ खाते हैं। इसी बयान को आधार बना कर और बार-बार यदुवंशियों का अपमान कह कर लालू को खूब घेरा।

प्रधानमंत्री का होमवर्क बहुत सघन था। मुंगेर यादव बहुल इलाका है। अपने भाषण में उन्होंने यह सलीके से समझाया कि लालू क्या और किसके पक्ष में बोल गए। लालू यादव की स्वीकारोक्ति कि उनकी जुबान फिसल गई, को भी शैतान के उद्धरण के साथ प्रधानमंत्री ने खूब भुनाया।

प्रधानमंत्री कितनी बारीक तैयारी कर आए थे, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि लगभग बिसार दिए गए कलाकार नंदलाल बोस को भी उन्होंने अपने भाषण में याद किया। बोस का जन्म हवेली खडग़पुर में हुआ था। उन्होंने इस बात पर जोर देकर कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने भारत को संविधान दिया। लेकिन, संविधान को सजाने-संवारने का काम नंदलाल बोस ने ही किया था।

मुंगेर की धरती पर अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को भी याद करना नहीं भूले। उन्होंने दिनकर की 'सिंहासन खाली करो कि जनता आती है' पंक्तियां भी कही। निस्संदेह इन पंक्तियों में इशारा सत्ताधारी दल की ओर था।

बिहार योग विद्यालय की चर्चा कर उन्होंने बताया कि मुंगेर की वजह से ही विश्व के 190 देशों ने योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को आत्मसात किया।

आठ अक्टूबर को भारतरत्न लोकनयायक जयप्रकाश नारायण की पुण्यतिथि के बहाने उन्होंने महागठबंधन पर जम कर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने ही जेपी को जेल को बंद किया था। उनके साथ कांग्रेस ने क्या किया, यह सबको मालूम है। जेल से निकलने के बाद जेपी की मौत हो गई।

कहा, जेपी के नाम पर राजनीति करने वाले लोग आज कांग्रेस से हाथ मिलाए हुए हैं। जेपी जिंदगी भर कांग्रेस के खिलाफ लड़ते रहे। आज कांग्रेस ताकत खो चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 35 साल और बड़े-छोटे भाई ने 25 साल बिहार में शासन किया। पिछले 60 साल के दौरान बिहार में लूट-खसोट का राज चलता रहा। उन्होंने इस बात पर जोर देकर कहा कि यह महागठबंधन नहीं, स्वार्थ महाबंधन है।

नमो ने कहा कि बिहार के पानी और जवानी में इतनी ताकत है कि पूरे हिन्दुस्तान की तस्वीर बदली जा सकती है। उनका इशारा पानी को लेकर बिहार में बाढ़ की समस्या और युवाओं को लेकर बिहार में कौशल विकास की ओर था।

उन्होंने इस बात को साफ किया कि बिहार में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। लेकिन, शिक्षण संस्थाओं की दुर्दशा और शिक्षा की बदहाली की वजह से ही बिहार की प्रतिभा का विकास नहीं हो पा रहा है।

अपने 165 करोड़ के दिए गए पैकेज का उल्लेख करना भी प्रधानमंत्री अपने भाषण में नहीं भूले। उन्होंने मुंगेर में बन रहे सड़क सह रेल पुल का उल्लेख करते हुए कहा कि बड़े और छोटे भाई दोनों केंद्र में रेल मंत्री थे। बावजूद, यह योजना आज तक पूरी नहीं हो सकी। विकास से दोनों भाइयों को कोई मतलब नहीं है।

उन्होंने केंद्र की एक रिपोर्ट का कहवाला देते हुए कहा कि बिजली के लिए बिहार को आठ हजार दो सौ पंद्रह करोड़ रुपये दिए गए थे। लेकिन, मात्र 1300 करोड़ रुपया खर्च किया गया। राज्य सरकार के पास खर्च करने की ताकत भी नहीं बची है। जब तक हिस्सेदारी तय नहीं हो जाती, तब तक राशि खर्च नहीं होती।

अपराध का आंकड़ा देकर कहा, यह जंगलराज है

प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि जनवरी से जुलाई के बीच अपहरण की चार हजार घटनाएं हुईं। यह जंगलराज की वापसी का संकेत है।

उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की जनता यह देख चुकी है कि पर्व व धार्मिक आयोजनों के मौके पर भी मां अपने बच्चे को घर से नहीं निकलने देती। वह कहती है कि बाहर निकलोगे तो अपहरण हो जाएगा। जंगलराज में लोग चाह कर भी नई गाडिय़ां नहीं खरीदते थे। उनकी गाडिय़ां लूट ली जाती थीं।

प्रधानमंत्री के निशाने पर आज बालू माफिया भी थे। नमो ने कहा कि पानी तो बचा नहीं, अब बालू बेचा जा रहा है।


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