मोदी बहुत मालदार आदमी और धन्नासेठों के संरक्षकः मायावती
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि मोदी फकीर नहीं, बहुत बड़े मालदार आदमी और धन्ना सेठों के संरक्षक हैं। नोटबंदी से बैंक की लाइन मे लगने वाले 100 लोगों की जान जा चुकी है।
लखनऊ (जेएनएन)। बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि मोदी फकीर नहीं, बहुत बड़े मालदार आदमी और धन्ना सेठों के संरक्षक हैं। मोदी से सवाल किया कि यदि वह भ्रष्टाचार और काले धन के इतने ही खिलाफ हैं तो अपनी सरकार के ढाई साल के कार्यकाल में लोकपाल की नियुक्ति क्यों नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि जनधन खातों में जमा रकम से गरीबों को नहीं बल्कि पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने की योजना तैयार करने में प्रधानमंत्री दिमाग खपा रहे हैं। मायावती वे कहा कि नोटबंदी अत्यधिक जन पीड़ादाई फैसला है। बैंक और एटीएम में लंबी लाइन मे लगने से अबतक करीब 100 मौते हो चुकी हैं।
जनधन खाते में जमा पैसा अब गरीबों का, जमा करने वाला झेलेगा : मोदी
नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री पर हमला जारी रखते हुए आज मीडिया से मुखातिब मायावती ने कहा कि यदि मोदी सरकार गरीबों को मदद पहुंचाने के बारे में ईमानदार होती तो वह काले धन को सफेद बनाने वाली योजना के तहत प्राप्त हुए 64 हजार करोड़ रुपये उनमें जरूर बांट देती। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार काले धन को सफेद करने और पूंजीपतियों को बचाने के लिए ही आयकर कानून में संशोधन कर रही है। नोट वितरण को लेकर गैर-भाजपा शासित राज्यों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से प्रदेश में खराब हो रहे हालात के बारे में राज्यपाल को केंद्र को रिपोर्ट भेजनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
बसपा को एक बार फिर मुस्लिमों का हितैषी बताते हुए उन्होंने मुसलमानों को आगाह किया कि यदि उनका वोट सपा और कांग्रेस में बंटा तो इसका सीधा लाभ भाजपा को मिलेगा क्योंकि सपा का यादव वोट दो खेमों में बंट चुका है। एक सवाल के जवाब में मायावती ने कहा कि बसपा कार्यकर्ताओं, सांसदों-विधायकों और प्रत्याशियों से छोटी मदद लेकर अपने मूवमेंट को आगे बढ़ाती है इसलिए नोटबंदी से बसपा के चुनाव प्रचार अभियान पर कोई असर नहीं पडऩे वाला है।
सपा सरकार जनता को बना रही बेवकूफ , मोदी नवयुग निर्माता : केशव
बबुआ कम गुनहगार नहीं
मायावती ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र के साथ प्रदेश की सपा सरकार के बबुआ व बीबीसी-2 भी कम गुनहगार नहीं हैं। प्रदेश के लोगों को साढ़े चार साल तक अराजकता और जंगलराज की भट्ठी में झोंकने वाली सपा सरकार अब बैंकों व एटीएम के सामने खड़े निरीह लोगों पर पुलिस की लाठियां चलवा रही है। चुनाव नजदीक आने के कारण आये दिन शिलान्यास, लोकार्पण आदि पर पानी की तरह सरकारी धन बहाने वाली सपा सरकार यदि इस रकम को जरूरतमंदों पर खर्च कर देती तो बेहतर होता। छह दिसंबर को लेकर भी राज्य सरकार ने संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा को लेकर पूरी तैयारी नहीं की है जिससे हालात बिगड़ सकते हैं।