PM मोदी की अफसरों को लंबित पड़े प्रोजेक्ट को रद करने की सलाह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लंबित पड़े पुराने प्रोजेक्ट को रद करने पर विचार कर रही है। मोदी ने केंद्र के अफसरों को उन पुराने प्रोजेक्ट को रद करने की सलाह दी है जो शुरू नहीं हो पा रहे हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार के अधिकारियों को सलाह दी है कि वो उन पुराने प्रोजेक्ट को रद कर दें जो अटके हुए मामलों की वजह से शुरु नहीं हो पा रहे हैं या फिर राज्य सरकारें उन प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाने में वक्त लगा रही हैंं।
प्रधानमंत्री ने ये बातें कुछ दिन पहले राज्यों के मुख्य सचिवों और केंद्र में सरकारी विभागों के अध्यक्षों के साथ एक बातचीत (प्रगति) के दौरान कही। सचिव लेवल के कुछ अधिकारियों ने टाइम्स ऑफ इंडिया से इसकी पुष्टि की है।
इसमें शामिल हुए एक अधिकारी ने बताया कि "बातचीत में ये मैसेज दिया गया कि एक प्रोजेक्ट पर राज्य सरकारों की सुस्ती के चलते सालों तक इंतजार करने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे प्रोजेक्ट में सालों तक निवेश के बजाए नए प्रोजेक्ट को शुरु करना ही बेहतर है।" सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री का इशारा एक रेलवे प्रोजेक्ट की तरफ था जिसे रोक लिया गया।
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अधिकारियों ने कहा कि गंगटोक के पास पकयोंग बनने वाले एयरपोर्ट जैसे कई उदाहरण हैं। 2009 में एयरपोर्ट के लिए नींव रखी गई थी जिसे 2012 तक पूरा होना था। लेकिन अब डेडलाइन को बढ़ाकर दिसंबर 2016 कर दिया गया है।
पीएम के मत को राज्य सरकारों के नौकरशाहों के लिए बड़े संदेश के तौर पर देखा जा रहा है, जिससे वो कार्यप्रणाली में तेजी लाएं। सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि "सरकार प्रतिस्पर्धी संघीय ढांचा की बात कर रही है। जिसमें जो राज्य अच्छा करेंगे उन्हें ज्यादा फायदा मिलेगा।"
मोदी ने छात्रों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप और फेलोशिप से संबंधित शिकायतों को निपटाने में कितनी उन्नति हुई इसका भी निरीक्षण किया। अधिकारी ने बताया कि "पीएम ने मंत्रालय के अफसरों से कहा कि वो स्कॉलरशिप और फेलोशिप को आधार कार्ड से जोड़ें, इतना ही नहीं पीएम ने अधिकारियों से शिकायतों को एक दिन के अंदर ही सुनने को कहा।"