संत की दी गई कलम से मोदी ने किया नामांकन
काशी में गुरुवार को सड़क पर उतरे 'केसरिया सैलाब' को सेवानिवृत्त जस्टिस गिरिधर मालवीय अद्वितीय मानते हैं। वह कहते हैं कि किसी और शब्द से इसकी उपमा हो ही नहीं सकती। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से मिले सम्मान से भी महामना मदन मोहन मालवीय के पौत्र, जस्टिस मालवीय अभिभूत हैं। नरेंद्र
इलाहाबाद, [सुरेश पांडेय]। काशी में गुरुवार को सड़क पर उतरे 'केसरिया सैलाब' को सेवानिवृत्त जस्टिस गिरिधर मालवीय अद्वितीय मानते हैं। वह कहते हैं कि किसी और शब्द से इसकी उपमा हो ही नहीं सकती। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से मिले सम्मान से भी महामना मदन मोहन मालवीय के पौत्र, जस्टिस मालवीय अभिभूत हैं।
नरेंद्र मोदी के चार प्रस्तावकों में से एक जस्टिस मालवीय सपत्नी काशी गए थे। देर रात इलाहाबाद लौटने के बाद टेलीफोन पर दैनिक जागरण से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने मोदी के साथ बिताए पलों को यादगार बताया। उन्होंने कहा कि टेलीविजन पर आप सबने सब कुछ देख ही लिया होगा, मैं और क्या कहूं।
नामांकन कक्ष में मोदी उन्हें कलम दिखा रहे थे, वह प्रसंग क्या था ? इस पर जस्टिस मालवीय ने बताया कि नरेंद्र मोदी बता रहे थे कि किसी बड़े संत ने उन्हें वह कलम दी है। चुनाव में नामांकन के समय वह संत उन्हें कलम भिजवाया करते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी ने संत का नाम भी बताया था।