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प्रॉपर्टी अटैच होने के बाद आयकर विभाग पहुंची मीसा भारती

तेजस्वी, रागिनी और चंदा यादव से भी पूछताछ कर सकता है आयकर विभाग..

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Wed, 21 Jun 2017 09:57 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jun 2017 10:15 PM (IST)
प्रॉपर्टी अटैच होने के बाद आयकर विभाग पहुंची मीसा भारती
प्रॉपर्टी अटैच होने के बाद आयकर विभाग पहुंची मीसा भारती

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कर चोरी और बेनामी संपत्ति के मामले में गंभीर आरोपों का सामना कर रही राजद प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी और राज्य सभा सदस्य मीसा भारती बुधवार को आयकर विभाग के समक्ष पेश हुई। आयकर अधिकारियों ने मीसा से करीब पांच घंटे पूछताछ कर उनका बयान रिकार्ड किया। विभाग ने बृहस्पतिवार को मीसा के पति शैलेश कुमार को पेश होने को कहा है। माना जा रहा है कि आयकर विभाग जरूरत पड़ने पर लालू के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पत्‍‌नी राबड़ी देवी और दो बेटियों- रागिनी व चंदा यादव को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर सकता है।

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मीसा भारती दो नोटिस और कई प्रॉपर्टी अटैच होने के बाद आयकर विभाग के दफ्तर पहुंची हैं। गौरतलब है कि आयकर विभाग ने 14 और 19 जून को बेनामी संपत्ति के अलग-अलग मामलों में कार्रवाई करते हुए लालू की पत्‍‌नी, बेटे और बेटियों की बेनामी संपत्ति अटैच की है। विभाग ने मीसा के दिल्ली के बिजवासन स्थित फार्म को अटैच किया है। मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम दर्ज इस फार्म की कागजों में कीमत मात्र 1.41 करोड़ रुपये है जबकि आयकर विभाग के सूत्रों का अनुमान है कि इसका बाजार मूल्य करीब 50 करोड़ रुपये है। आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि इस फार्म की असली मालिक मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार हैं।

सूत्रों ने कहा कि आयकर अधिकारियों ने मीसा से हाल के वर्षो में दाखिल किए गए रिटर्न और उनकी आय के स्रोतों के संबंध में सवाल-जवाब किए। इस पर मीसा ने अपना पक्ष रखा। वह सुबह करीब साढ़े दस बजे आयकर विभाग के झंडेवालान स्थित कार्यालय पहुंचीं और दोपहर बाद तक वहां मौजूद रहीं। सूत्रों ने कहा कि बृहस्पतिवार को मीसा के पति आयकर विभाग आ सकते हैं। इसके बाद जरूरत पड़ने पर विभाग लालू के परिवार के उन सदस्यों को पूछताछ के लिए बुला सकता है जिनके नाम बेनामी संपत्ति और कर चोरी के इस मामले में सामने आए हैं। सूत्रों का मानना है कि बेनामी संपत्ति और कर चोरी का यह मामला करीब 1000 करोड़ रुपये का हो सकता है।

सूत्रों ने कहा कि लालू के परिजनों की संपत्ति फिलहाल अंतरिम तौर पर 90 दिनों के लिए अटैच की गयी है। इस अवधि में वे अपना पक्ष एडजुकेटिंग ऑफिसर के समक्ष रखकर साबित कर सकते हैं कि यह बेनामी संपत्ति उनकी नहीं है। अगर वे साबित नहीं कर पाते तो अटैचमेंट जारी रहेगा।

सूत्रों ने कहा कि आयकर विभाग ने दिल्ली के पॉश इलाके न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में डी-1088 नंबर वाली प्रॉपर्टी को भी अटैच किया है जो कागजों में तो एबी एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम है जबकि इसके वास्तविक मालिक तेजस्वी यादव, रागिनी और चंदा यादव बताए जाते हैं। इसकी कागजों मंे कीमत 5 करोड़ रुपये बतायी जाती है लेकिन विभाग के सूत्रों का कहना है कि इसका बाजार मूल्य 35 से 40 करोड़ रुपये हो सकता है।

इसके अलावा पटना के दानापुर और जलालपुर स्थित जमीन को भी अटैच किया गया है जो दो कंपनियों- डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड और ए के इन्फोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के नाम हैं लेकिन आयकर विभाग का कहना है कि इसके असली मालिक राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव हैं। इसका बाजार मूल्य लगभग 80 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।

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