जाधव की जिंदगी अब पाक सेना प्रमुख के हाथ, सैन्य कोर्ट ने ठुकराई क्षमा याचना
कुलभूषण जाधव की जिंदगी अब पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के हाथ में है।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव की जिंदगी अब पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के हाथ में है। पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत से फांसी की सजा पाए जाधव की क्षमा याचना को वहां की सैन्य अपीलीय अदालत ने ठुकरा दिया है और अब जाधव ने बाजवा से जीवनदान की गुहार लगाई है। इस बात की जानकारी पाकिस्तान सेना की तरफ से जारी सूचना में दी गई है। साथ ही यह भी साफ हो गया है कि जाधव को लेकर पाकिस्तान के तेवर में कोई बदलाव नहीं आया है। एक तरफ जब जाधव का मामला हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में लंबित है, तब पाकिस्तान सेना जाधव को फांसी देने की प्रक्रिया भी जारी रखे हुए है।
उल्लेखनीय तथ्य यह है कि जाधव की क्षमा याचना को वहां की अपीलीय सैन्य अदालत ने कब ठुकराया इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। वैसे ही जैसे १० अप्रैल, 2017 को पाकिस्तान की तरफ से अचानक ही यह सूचना दी गई थी कि एक सैन्य अदालत ने जाधव को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का दोषी पाते हुए फांसी की सजा सुना दी है। पाक सेना ने कहा है कि अगर आर्मी चीफ भी जाधव के अपील को ठुकरा देते हैं तो उनके पास राष्ट्रपति के पास क्षमा याचना भेजने का अधिकार होगा। पाक सेना की तरफ से जारी विज्ञप्ति भारत के लिए भी एक चुनौती है क्योंकि इससे जाधव को फांसी पर चढ़ाने की आशंका मजबूत हो गई है।
एक और वीडियो जारी किया
अपनी नापाक हरकतें जारी रखते हुए पाकिस्तान सेना ने एक और वीडियो टेप जारी किया जिसमें जाधव को कथित तौर पर आतंकी गतिविधियों में शामिल बताया। टेप से यह बात भी साबित हो रही है कि किस तरह से पाकिस्तान सेना और वहां के हुक्मरान जाधव के जरिये भारत की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके जरिये मोदी सरकार को भी घेरने की कोशिश की गई है। टेप में कथित तौर पर जाधव को यह कहते दिखाया गया कि 'जब भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को केंद्र में मोदी सरकार के आने की संभावना दिखाई दी तो मुझे रॉ में शामिल किया गया और मरकान व बलूचिस्तान के आंतरिक इलाकों में आतंकी गतिविधियां चलाने के लिए भेजा गया।' वीडियो में और भी कई बातें हैं जो पाक सेना के मंसूबों की ओर इशारा करती हैं।
भारत ने टेप को सरासर झूठा बताया
भारत ने कहा है कि पाकिस्तान द्वारा जारी नया वीडियो टेप सरासर झूठ का पुलिंदा है। मनगढ़ंत बातें सच्चाई को नहीं बदल सकतीं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय अदालत में जाधव मामले को प्रभावित करने के लिए ओछे हथकंडे अपनाना बंद करे। उन्होंने कहा कि जाधव के कथित क्षमा याचना का विवरण स्पष्ट नहीं है। अभी तो यह भी संदेह है कि क्षमा याचिका दायर की गई है अथवा नहीं। भारत जाधव को पाक सेना की तरफ से दी गई फांसी की सजा को एक सुनियोजित हत्या करार देता रहा है। भारत का कहना है कि पाकिस्तान ईरान के चाबहार इलाके से अपहृत कर जाधव को आतंकी साबित करने में जुटा हुआ है। भारत की अर्जी पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पाक में जाधव को दी गई फांसी की सजा पर अंतरिम रोक लगाने का अंतरिम फैसला दिया है। पाक की सोची-समझी रणनीतिमाना जा रहा है कि पाकिस्तान ने पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा के ठीक पहले जाधव को लेकर यह घोषणा सोच-समझ कर किया है। हाल ही में अमेरिका ने यह संकेत दिया है कि आतंकी मुद्दे पर वह पाकिस्तान के खिलाफ न सिर्फ सख्ती करेगा बल्कि वहां आतंकियों को मारने के लिए हमले भी तेज करेगा। पाकिस्तान को मिलने वाली सैन्य मदद के भी जारी रहने के आसार नहीं है। दूसरी तरफ हर अंतरराष्ट्रीय बैठक में उसे आतंकी पनाहगार के मुद्दे पर भारत के बेहद आक्रामक कूटनीति का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में वह खिसियानी बिल्ली की तरह भारत के भी आतंक से संबंध साबित करने की कोशिश में है।