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'मिड डे मील बनाने वाली महिलाओं को मिले पांच हजार रुपये'

भाजपा सांसद महेन्द्र नाथ पांडेय ने मिड डे मील योजना में खाना बनाने वाली महिलाओं को पांच हजार रुपये प्रति महीना देने की मांग की है। पांडेय ने कहा कि इन महिलाओं को मात्र एक हजार रुपये महीना मिलता है।

By Manish NegiEdited By: Published: Thu, 28 Apr 2016 10:26 PM (IST)Updated: Thu, 28 Apr 2016 10:35 PM (IST)
'मिड डे मील बनाने वाली महिलाओं को मिले पांच हजार रुपये'

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। स्कूलों में बच्चों को भोजन उपलब्ध कराने की मिड डे मील योजना में खाना बनाने वाली गरीब महिलाओं की स्थिति पर चिंता जताते हुए भाजपा सांसद महेन्द्र नाथ पांडेय ने उन्हें हर महीने कम से कम पांच हजार रुपये महीने मानदेय देने की मांग की है। पांडेय ने कहा कि इन महिलाओं को मात्र एक हजार रुपये महीना मिलता है। इतना ही नहीं उन्हें साल भर में सिर्फ दस महीने के पैसे ही मिलते हैं। इसके चलते उन्हें गुजारा करना मुश्किल होता है।

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लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए पांडेय ने कहा कि मिड डे मील का खाना पकाने वाली महिलाओं को पूरे साल काम मिलना चाहिए।

चंदौली से सांसद पांडेय ने सरकार से यह भी आग्रह किया कि मिड डे मील योजना में मशीनों से बना हुआ भोजन उपलब्ध न कराया जाए। उन्होंने कहा कि इससे सिर्फ कुछ केटरर को ही फायदा होगा और बड़ी संख्या में महिलाओं का रोजगार छिन जाएगा। उन्होंने मिड डे मील योजना में भोजन बनाने वाली महिलाओं को कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षण दिलाने की भी मांग की।

भगवान जगन्नाथ को भेंट किया जाए कोहिनूर

ब्रिटेन से कोहिनूर हीरा वापस लाने की जोरदार मांग करते हुए बीजू जनता दल के नेता बी माहताब ने कहा कि कोहिनूर को वापस लाकर भगवान जगन्नाथ को भेंट करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक दस्तावेज बताते हैं कि महाराजा रणजीत सिंह कोहिनूर को पुरी के मंदिर को भेंट करना चाहते थे। इसलिए सरकार इसे ब्रिटेन से लाकर इस कार्य को पूरा करे।

माहताब ने शून्य काल के दौरान लोकसभा में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि 1849 में अंग्रेजों और सिखों के बीच हुए युद्ध के बाद लाहौर में तैनात ब्रिटेन के राजनीतिक एजेंट ने तत्कालीन गवर्नर जनरल लार्ड डलहौजी को पत्र लिखा था जिसमें कोहिनूर का भी जिक्र है।

उन्होंने बताया कि इस पत्र में साफ लिखा है कि महाराजा रणजीत सिंह की अंतिम इच्छा कोहिनूर को पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर को देने की थी। उन्हांेने जिस तरह अमृतसर में स्वर्ण मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर को दान दिया था वैसे ही इस हीरे को पुरी मंदिर को दान में देना चाहते थे।

माहताब ने कहा कि कोहिनूर ब्रिटेन को उपहार में नहीं दिया गया। इसलिए सरकार को इसे वापस लाकर पुरी मंदिर को भेंट करना चाहिए जिससे महाराजा रणजीत सिंह की अंतिम इच्छा भी पूरी होगी।

सहारनपुर में भूजल के गिरते स्तर पर चिंता

भाजपा के सहारनपुर से सांसद राघव लखनपाल ने अपने संसदीय क्षेत्र में भूजल के गिरते स्तर पर चिंता जताते हुए सरकार से मदद की मांग की है। लखनपाल ने गुरुवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया। लखनपाल ने कहा कि 2013 में सहारनपुर से संबंधित कई प्रस्ताव केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय के पास भेजे गए थे लेकिन अब तक मंत्रालय ने इसके लिए धनराशि जारी नहीं की है। उन्होंने कहा कि सहारनपुर जिले के सभी 11 ब्लॉक डार्क जोन घोषित किए जा चुके हैं। साथ ही नहरें भी सूखी हैं जिससे किसानों को बड़ी समस्या हो रही है।


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