गर्मी ने किया हलकान, दिल्ली में टूटा सात साल का रिकार्ड
दिल्ली में सात साल बाद मार्च में इतनी गर्मी पड़ी तो देहरादून में 2001 के बाद मार्च का महीना इस कदर गर्म हुआ है।
जेएनएन, नई दिल्ली: देर से ही सही पर गर्मी अपने तेवर दिखाने लगी है। अचानक मौसम में हुए बदलाव के बाद नित नए रिकार्ड टूट रहे हैं। दिल्ली में सात साल बाद मार्च में इतनी गर्मी पड़ी तो देहरादून में 2001 के बाद मार्च का महीना इस कदर गर्म हुआ है।
दिल्ली में बुधवार को गर्मी ने सात साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। पालम में अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। धूप बर्दाश्त नहीं हो रही थी। गर्म हवा के थपेड़े भी पड़े। वर्ष 2010 में मार्च में पारा 39.2 डिग्री सेल्सियस तक गया था। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आसमान साफ होने से भी अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। बुधवार को औसत अधिकतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस अधिक (38.2) और औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक (23.1) दर्ज किया गया।
नमी का स्तर अधिकतम 65 और न्यूनतम 22 फीसद रहा। उधर, देहरादून में पारे में मार्च में गर्मी का 16 साल का रेकार्ड ही तोड़ दिया। अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग की मानें तो गुरुवार को देहरादून समेत मैदानी क्षेत्रों में पारे में थोड़ी कमी आएगी। यह 35 डिग्री के आसपास बना रहेगा। राज्यभर में इन दिनों अधिकतम तापमान सामान्य से छह से आठ डिग्री सेल्सियस अधिक चल रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि मैदानी इलाकों को पारे की उछाल से गुरुवार से कुछ राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। गुरुवार को इसमें एक डिग्री तक की कमी आ सकती है। वजह ये कि सब्सीडेंस (ऊपर की ओर उठने वाली गर्म हवा नीचे की ओर दबती है) अगले दो दिन में खत्म हो जाएगा। उन्होंने बताया कि एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड की ओर रुख कर रहा है, जिससे एक व दो मार्च को राज्य में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है।