पत्नी की हत्या के बाद पुलिस से बचने के लिए खुद के पैर में भी मारी गोली
सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे कुछ ऐसा ही प्लान बनाया उसने। प्यार में दीवानगी इस हद तक बढ़ गयी की दोस्तों के साथ ले लिया पत्नी की जान और पुलिस को धोखा देने के लिए खुद के पैर में भी मारी गोली।
मेरठ। दूसरी महिला के प्यार में ऐसा दीवाना हुआ की पत्नी से छुटकारा पाने के लिए युवक ने शातिर ‘गेम’ की प्लानिंग की। इस गेम में पैसों का लालच देकर अपने दोस्तों को भी शामिल किया और निर्दोष पत्नी की जान ले ली। शातिर इतना कि पुलिस से बचने और इस पूरे कांड को गोलीबारी का रूप देने के लिए अपने दोनों पैरों में भी गोली मार घायल हो गया।
पर सच छिपता नहीं और निर्दोष की हत्या ने पुलिस के सामने हत्यारे पति की कलई खोल दी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस समेत अधिकांश लोगों को शुरुआत में तो यह शूटआउट सा ही लगा जो अज्ञात अपराधियों द्वारा अंजाम दिया गया था पर बाद में पता चल गया कि इस पूरे खूनी खेल का रचयिता पति ही है।
पति की हत्या कर शव पेड़ से लटकाया
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गुरुवार को मेरठ से 28 किमी की दूरी पर बहादुरपुर गांव के नजदीक परिक्षितगढ़ रोड पर अज्ञात अपराधियों ने 24 वर्षीय बिजेंद्र सिंह व उनकी 30 वर्षीय पत्नी रजनी सिंह पर गोलियां चलायी। महिला की छाती पर दो गोलियां लगी जबकि सिंह के दोनों पैरों में गोलियां लगी थी। मौके पर ही महिला की मौत हो गयी और सिंह को आनंद हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया।
इंवेस्टीगेटिव ऑफिसर और परिक्षितगढ़ पुलिस स्टेशन के श्यामवीर सिंह ने कहा,’हमें इस हमले में एकमात्र जीवित बचे सिंह के द्वारा गोलीबारी की घटना के परस्पर विरोधी बयानों पर शक हुआ।‘ जांच के दौरान उनके पैतृक गांव में पता चला कि दो वर्ष पहले शादी के वक्त महिला 28 वर्ष की थी जबकि सिंह की उम्र मात्र 22 थी। फिलहाल बिजेंद्र लोकल इंस्टीट्यूट से एमबीए की पढ़ाई कर रहा है। दूसरी और सबसे महत्वपूर्ण बात यह पता चली कि बिजेंद्र के अनेकों अफेयर है लेकिन अभी एक महिला से वह पागलों की तरह प्यार करता है।‘
बेवफाई पर ले ली प्रेमिका की जान
छानबीन के दौरान पुलिस को स्थानीय लोगों से पता चला कि जहां पर यह दुर्घटना हुई वहां ग्रे कलर की सैंट्रो कार थी जिसपर दिल्ली का रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट लगा था। कार के मालिक संदिग्ध युवक थे।
श्यामवीर सिंह ने आगे बताया, ‘सोमवार को यही गाड़ी मवाना की ओर जा रही थी। पुलिस टीम ने पूथी गांव के निकट गाड़ी को रोका और तीन युवकों को गिरफ्तार किया। उनके पास दो देसी 0.315 कट्टे बरामद हुए। इनकी उम्र 19 से 20 साल के बीच की थी और ये सभी स्थानीय कॉलेजों के विद्यार्थी हैं।‘
पुलिस के मुताबिक, पूछताछ के दौरान यह बात सामने आयी कि यह पूरा गेम प्लान बिजेंद्र सिंह ने बनाया था ताकि वह अपनी पत्नी से छुटकारा पा सके और जिससे प्यार करता है उस महिला से शादी कर सके।
भवनपुर गांव का निवासी युवक, आशीष सिंह ने बताया, ‘बिजेंद्र मेरा दोस्त था और एक दिन उसने मुझसे कहा कि वह दूसरी महिला से प्यार करता है इसलिए अपनी पत्नी को मार देना चाहता है। उसने हमारी मदद मांगी यहां तक कि इस काम में मदद करने पर 50,000 रुपये देने का वादा भी किया। उस वक्त मेरा दोस्त अजय कुमार भी हमारे साथ था। मैं और अजय कुमार ने उसकी मदद के लिए सहमति दे दी। बाद में बिजेंद्र ने हमें दो देसी कट्टे और दो जिंदा कारतूस के साथ 5000 रुपये एडवांस में दिए। इस घटना में उपयोग किया गया सैंट्रो कार अमरपुर गांव के निवासी नितिन कुमार ने दिया था।‘
पत्नी को आपत्तिजनक स्थिति में देख सिलबट्टे से कुचला डाला
उसने आगे बताया, ‘गुरुवार को, बिजेंद्र ने मुझे फोन कर बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ गांव से बाहर आ रहा है। हमने उसकी कार देखी और पीछा करना शुरू कर दिया। बहादुरपुर गांव के पास एक खेत के सामने बिजेंद्र ने अपनी गाड़ी रोकी और बाहर निकला।‘
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रजनी सिंह पर गोली चलाने वाला आशीष सिंह ही था। बाद में बिजेंद्र के कहने पर अजय और आशीष ने उसके पैरों पर गोली मार दी। बिजेंद्र, आशीष, अजय और नितिन को हिरासत में लिया गया है।