खडग़े को मिली नेता विपक्ष की सीट
कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े को लोक सभा में बैठने के लिए वही सीट आवंटित की गई है, जो आमतौर पर नेता विपक्ष को दी जाती है। इस तरह नेता विपक्ष का दर्जा न होने के बावजूद खडग़े लोक सभा उपाध्यक्ष एम. थंबीदुरई के बाद वाली सीट पर
नई दिल्ली। कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े को लोक सभा में बैठने के लिए वही सीट आवंटित की गई है, जो आमतौर पर नेता विपक्ष को दी जाती है। इस तरह नेता विपक्ष का दर्जा न होने के बावजूद खडग़े लोक सभा उपाध्यक्ष एम. थंबीदुरई के बाद वाली सीट पर बैठेंगे। विपक्ष की पहली पंक्ति में उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव भी होंगे। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बैठने के लिए विपक्षी बेंच की दूसरी पंक्ति में व्यवस्था की गई है।
सत्ता पक्ष में गृह मंत्री राजनाथ सिंह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद वाली सीट दी गई है। वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को भी पहली पंक्ति में सीट आवंटित की गई है। लोक सभा का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और उससे पहले नेताओं के बैठने की यह व्यवस्था की गई है।
सत्ता पक्ष की पहली पंक्ति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, लालकृष्ण आडवाणी, नितिन गडकरी, सदानंद गौड़ा, मुरली मनोहर जोशी, अनंत कुमार, अनंत गीते, अशोक गजपति राजू और रामविलास पासवान।
विपक्ष की पहली पंक्ति
मल्लिकार्जुन खडग़े, सोनिया गांधी, मुलायम सिंह यादव, एचडी देवगौड़ा, भर्तृहरि महताब, सुदीप बंद्योपाध्याय, पी. वेणुगोपाल। लोकसभा उपाध्यक्ष एम. थंबीदुरई भी इसी पंक्ति में बैठेंगे।
नेता विपक्ष नहीं हैं खडग़े
लोक सभा कम-से-कम 55 सीटों वाली पार्टी को ही औपचारिक रूप से विपक्षी दल की मान्यता दी जाती है। पिछले चुनाव में कांग्रेस के सिर्फ 44 सांसद जीतकर आए। इसीलिए इसके संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े को विपक्षी दल के नेता के तौर पर मान्यता नहीं दी गई है।
सर्वदलीय बैठक आज
शीतकालीन सत्र में सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलाने के लिए लोक सभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शनिवार को सभी पार्टियों की बैठक बुलाई है। संसद का शीत सत्र 24 नवंबर से शुरू होकर 23 दिसंबर तक चलेगा। केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कहा है कि विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष को राजी करने के लिए सरकार समुचित उपाय करेगी। संसद के इस सत्र में 'जनता परिवार' की राजनीति भी एक नया मोड़ ले सकती है। इन पार्टियों ने सदन में भाजपा सरकार के सामने एकजुट होकर चुनौती पेश करने का फैसला किया है।
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