Move to Jagran APP

कश्‍मीर की आजादी, बाबरी का बदला लेने का पाठ पढ़ाता है मसूद अज़हर

पठानकोट के एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया मौलाना मसूद अजहर का नाम एक बार फिर चर्चा में आया है। भारत की मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल मौलाना मसूद अजहर एक समय भारत की जेल में सजा काट रहा था।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2016 09:58 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2016 10:13 PM (IST)
कश्‍मीर की आजादी, बाबरी का बदला लेने का पाठ पढ़ाता है मसूद अज़हर

मल्टीमीडिया डेस्क। पठानकोट के एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद का मुखिया मौलाना मसूद अजहर का नाम एक बार फिर चर्चा में आया है। भारत की मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल मौलाना मसूद अजहर एक समय भारत की जेल में सजा काट रहा था। 5 फीट 3 इंच लंबा मौलाना पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का रहने वाला है।

loksabha election banner

उसे 1994 में गिरफ्तार किया गया था। उसकी गिरफ्तारी के पांच साल बाद मसूद अजहर के साथियों ने उसको छुड़ाने के लिए विमान हाईजैक किया था। उसके साथियों ने 24 दिसंबर 1999 में काठमांडू से दिल्ली आ रही इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी-814 को हाईजैक कर लिया था।

भारत में गिरफ्तार होने से पहले मसूद अजहर ने कश्मीर में कई आतंकियों को जेहाद का पाठ पढ़ाया था। वो अपने भाषण में भारत के खिलाफ खूब जहर उगलता है। भारतीय खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में बताया गया है कि जैश-ए-मोहम्मद के अब तक के ऑपरेशंस में अजहर कभी भी खुद शामिल नहीं हुआ है।

वो हर बार अपने लड़ाकों को भेजता है। अपनी हर मजलिस के बाद अजहर हाथ उठाकर कहता है, या अल्लाह कश्मीर पर अपनी इनायत बरसा और उसे आजादी बख्श। साथ में बाबरी मसजिद और मसजिद-अल-अक्सा (यरुशलम) को भी आजाद कर दे।

कंधार से शुरुआत

हाईजैक विमान को आतंकवादी कंधार ले गए जहां तालिबान की हुकूमत थी। विमान में सवार सैकड़ों बेबस यात्रियों को बचाने के लिए भारत सरकार को मजबूरन इस आतंकी को रिहा करना पड़ा था। तालिबान ने रिहाई के बाद मसूद अजहर को वापस उसके देश पाकिस्तान भेज दिया, जहां उसने दो महीने के अंदर 1999 में जैश-ए-मोहम्मद का गठन कर लिया।
जैश-ए-मोहम्मद का मतलब
जैश-ए-मोहम्मद का अर्थ है 'पैगंबर की फौज'। उसका कहना है कि अल्लाह ने उसे इस काम के लिए चुना है। उसने भारत में आतंकी गतिविधियों को संचालित करने के लिए हरकत-उल-मुजाहिदीन और हरकत-उल-अंसार जैसे कई आतंकी संगठनों को भी अपने साथ मिलाया है।
ये हैं जैश-ए-मोहम्मद के लीडर

  • मौलाना मसूद अजहर - चीफ
  • मौलाना करी मंसूर अहमद - प्रोपेगेंडा चीफ
  • मौलाना अब्दुल जब्बार - मिल्ट्री अफेयर
  • मौलाना सज्जाद उस्मान - फाइनेंस इंचार्ज
  • शाहनवाज खान और गाजी बाबा - चीफ कमांडर
  • मौलाना मुफ्ती मोहम्मद - लॉन्चिंग कमांडर

अपने मुल्क को भी धमकी
पाकिस्तान सरकार द्वारा जैश ए मोहम्मद और मौलाना अजहर मसूद के खिलाफ हो रही कार्रवाई को उसने अपने मुल्क के लिए घातक बताया है। उसने कहा कि पाकिस्तान सरकार ने मस्जिद, मदरसा और जिहाद के खिलाफ कार्रवाई की है, जिसका अंजाम उसे भुगतना होगा।

पाकिस्तानी अखबार अलकलाम में प्रकाशित उसकी प्रतिक्रिया में लिखा है कि एक फौजी हमेशा अपनी मौत से ज्यादा किसी चीज को नहीं चाहता और मौत उसके लिए सबकुछ होती है। अजहर ने लिखा अल्लाह चाहता है हमारी गिरफ्तारी का जश्न ज्यादा दिनों तक मनाने ना दिया जाए।

अजहर ने लिखा कि अब मेरी कोई इच्छा नहीं बची ना ही मेरी अब कोई ख्वाहिश है जिसे मैं पूरा करना चाहता हूं। अल्लाह ने मेरी अबतक रक्षा की है और आगे भी मेरे साथ वो मेरे परिवार की रक्षा करेगा।

गौरतलब है अलकलाम अखबार को जैश-ए-मोहम्मद का मुखपत्र भी माना जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.