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शूटर तारा ने रकीबुल के कई राज खोले, होगी सीबीआई जांच

बृहस्पतिवार को शूटर तारा शाहदेव ने अपने पति रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल के ख्याली सपनों का भी खुलासा किया। इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का ऐलान किया है। इससे पहले तारा ने सीएम से भावुक अपील की थी कि यदि वे उन्हें अपनी बहन मानते हैं तो मामले की जांच सीबीआई से करवाएं।

By Edited By: Published: Fri, 29 Aug 2014 12:13 PM (IST)Updated: Fri, 29 Aug 2014 10:13 PM (IST)
शूटर तारा ने रकीबुल के कई राज खोले, होगी सीबीआई जांच

रांची, प्रणव। 19 अगस्त से जारी तारा-कोहली प्रकरण में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। बृहस्पतिवार को शूटर तारा शाहदेव ने अपने पति रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल के ख्याली सपनों का भी खुलासा किया। इस बीच झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का ऐलान किया है। इससे पहले तारा ने सीएम से भावुक अपील की थी कि यदि वे उन्हें अपनी बहन मानते हैं तो मामले की जांच सीबीआई से करवाएं।

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इस बीच जागरण से बातचीत में तारा कहा कि जज, नेता और पुलिस अफसरों के साथ बाहरी ताकतों की मदद से रकीबुल झारखंड में नई सरकार तक बनाने के सपने देखता था। इसमें कुछ प्रभावशाली लोगों से मदद मिलने की भी उसे आस थी। पुलिस के नकारने के बावजूद तारा इस बात पर अड़ी है कि रकीबुल एनजीओ और कंपनी की आड़ में हवाला का कारोबार करता था। विदेशी करेंसी भर-भरकर बैग ले वह अक्सर दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जाता था। पैसे पीले लिफाफे में भरकर बैग में रखे जाते थे।

पैसे कहां से आते थे और किसके पास जाते था इसकी जानकारी उसे नहीं है। रंजीत कोहली के नाम पर वह अपना एनजीओ और कंपनी चलाता था। जबकि रकीबुल के नाम से वह हवाला कारोबार को अंजाम देता था। अलग-अलग नाम के इस्तेमाल के कारण ही वह डंका पीट रहा है कि उसने अपनी कमाई के एक-एक पैसे का हिसाब रखा है। आयकर को जानकारी दी है। लेकिन हवाला के जरिए किए गए उसके धंधे की जांच जब तक प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआइ के जरिए नहीं होती तबतक सच सामने नहीं आएगा। क्योंकि प्रदेश की पुलिस अपने साथी पुलिस, जज, मंत्री और अन्य ताकतवर लोगों के खिलाफ जांच नहीं कर सकती।

परिवार वाले जानते रंजीत नहीं रकीबुल है तो काट डालते

तारा ने कहा कि सच कहूं तो अब आगे जिंदगी में कभी रंजीत उर्फ रकीबुल का चेहरा देखना भी नहीं चाहूंगी। लेकिन मैंने उसकी न भूलने वाली हैवानियत देखी है। इंसाफ के लिए जरूरत पड़ी तो वह उस हैवान के आंखों में आंख डालकर सच का सामना करेगी। उसने कहा कि मुझे रकीबुल ने जितना मारा है, बस वह भी उतना ही मार खाकर बर्दास्त कर ले। तब पता चलेगा दर्द क्या होता है। एक सवाल के जवाब में तारा ने कहा कि मुझे अगर पता होता कि रंजीत नहीं रकीबुल है तो कभी उससे शादी नहीं करती। रकीबुल से शादी करने पर मेरे घर वाले ही मुझे काट डालते।

शादी के बाद गिफ्ट लेकर आए थे हाजी

तारा ने कहा कि शादी के कुछ दिनों बाद मंत्री हाजी हुसैन अंसारी घर पर गिफ्ट लेकर आए थे। मुझे देखा तो कहा कि क्या रकीबुल, मुझे निकाह में क्यों नहीं बुलाया। तब रकीबुल ने उनसे कहा था कि जल्दबाजी में शादी कर ली इसलिए नहीं बुलाया।

नामधारी के करीबी को बचाया

प्रदेश के पूर्व विस अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी के एक करीबी को हत्या से बचाने का काम रंजीत उर्फ कोहली ने किया। यह कहना है तारा का। उसने बताया कि शादी में अपना अभिभावक बनाने के लिए कोहली ने करीब 15 बार नामधारी को फोन किया था।

जिशान और मुश्ताक के घर गई

कोहली के दबाव के कारण वह एडी पॉल के मालिक जिशान के यहां ईद में और हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार के यहां इफ्तार में गई। मुश्ताक से रकीबुल का काफी गहरा संबंध है।

सास से माफी मांगी फिर भी पिटाई

पुलिस को दिए बयान में रकीबुल ने कहा कि उसकी मां से तारा की नहीं बनती थी। दोनों में विवाद हुआ था। इसी को लेकर उसने तारा को एक चांटा मारा। इस पर तारा ने कहा कि हां कुछ बात को लेकर सास से एक बार विवाद हुआ था। इस पर उसने रकीबुल के सामने सास का पैर छूकर माफी मांगी थी। बावजूद इसके 13 से लेकर 18 अगस्त तक रकीबुल उसे प्रताड़ित करता रहा।

महिला जज लाती थी दस्तावेज

तारा ने बताया कि ईद से कुछ दिनों पूर्व एक केस से संबंधित दस्तावेज लेकर एक महिला जज मेन रोड स्थित रकीबुल के घर आई थी। वह रांची के बाहर की हैं। उस समय मंत्री सुरेश पासवान भी मौजूद थे। इससे पूर्व भी पासवान एक बार और घर आए थे। इसी तरह अन्य जगहों के जज भी घर पर केस से संबंधित दस्तावेज लेकर आते थे। उस दस्तावेज को वह मंत्री और नेताओं को पहुंचाने का काम करता था। घर के अलावा पासवान रांची के होटल एकार्ड के कमरा नंबर 307 में भी आते थे, जो रंजीत के नाम से हमेशा बुक रहता था।

कहां गए नौ लैपटॉप और बैग में रखे सिम

रकीबुल अपने घर के एक खास कमरे में नौ लैपटॉप और बैग में रखे कई दर्जन सिमकार्ड और अन्य दस्तावेज पुलिस नहीं खोज पाई। क्योंकि पुलिस ने 19 अगस्त को मामला दर्ज कराने के बाद भी रकीबुल को रांची से भागने और साक्ष्य मिटाने के लिए दो दिन का मौका दिया। वह प्लानिंग के तहत गायब हुआ और उसी तहत गिरफ्तार भी हुआ।

रिमांड में लेने की कोशिश करेगी पुलिस

रांची। झारखंड पुलिस रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल व उसकी मां कौशल रानी को अपनी रिमांड में लेने के लिए शुक्रवार को अदालत में आवेदन करेगी। बृहस्पतिवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नीरज कुमार श्रीवास्तव की अदालत ने दोनों को 10 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।

इससे पहले राष्ट्रीय स्तर की राइफल शूटर तारा शाहदेव को धर्मातरण के लिए प्रताड़ित करने के मामले में गिरफ्तार रंजीत सिंह से नजदीकी रखने के आरोपी हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार विजिलेंस मो. मुश्ताक अहमद को बृहस्पतिवार को निलंबित कर दिया गया। हाईकोर्ट ने मुश्ताक अहमद से पूरे मामले पर तीन हफ्ते में जवाब मांगा है। इसकी पुष्टि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल अनिल कुमार चौधरी ने की है।

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