लंदन में भी बजा 'नमो' का डंका,चुनाव जीतने के लिए खेला गया 'मोदी कार्ड'
ब्रिटेन की राजधानी लंदन का मेयर चुनने के लिए गुरुवार को वोट डाले गए लेकिन इस चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी के नाम का भी खूब इस्तेमाल किया गया।
लंदन। भारत में जब किसी भी राज्य में चुनाव होते हैं तो प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर वोट मांगना आम बात है, लेकिन अब भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मोदी के नाम पर वोट मांगे जा रहे हैं।
ब्रिटेन की राजधानी लंदन का मेयर चुनने के लिए गुरुवार को वोट डाले गए। लेकिन इस चुनाव प्रचार की खासियत यह रही कि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का खूब इस्तेमाल किया गया है। हिंदू और सिख मतदाताओं को गोलबंद करने के लिए सत्ताधारी कंजरवेटिव पार्टी के उम्मीदवार जैक गोल्डस्मिथ ने उनके नाम का सहारा लिया है। हालांकि माना जा रहा है कि यहां पर पहली बार कोई मुस्लिम मेयर बन सकता है। इंग्लैंड, स्कॉटलैंड और वेल्स में गुरुवार को हुई वोटिंग से तय हो होगा कि लंदन का अगल मेयर कौन होगा।
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हालांकि, अधिकतर आंकलनों में लेबर पार्टी के 45 वर्षीय सांसद सादिक खान की जीत तय मानी जा रही।अरबपति कारोबारी गोल्डस्मिथ का भी पाकिस्तान से रिश्ता है। वे क्रिकेटर से नेता बने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान की पहली पत्नी जेमिमा के भाई हैं। सादिक खान 2005 से टूटिंग नामक जगह से लेबर पार्टी के सांसद हैं और अगर उनकी जीत हुई तो एक पूर्व बस चालक का बेटा यूरोप का सबसे ताकतवर मुस्लिम नेता बन सकता है।
वहीं कंजरवेटिव पार्टी के गोल्डस्मिथ द्वारा किए गए प्रचार में गोल्डस्मिथ की तस्वीर भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी के स्वागतकर्ता के तौर पर पेश की जा रही है। चुनाव प्रचार के दौरान कहा गया था कि गोल्डस्मिथ ने पीएम डेविड कैमरून के साथ भारत के पीएम नरेंद्र मोदी का स्वागत किया था और साथ में यह भी बताया गया कि सादिक खान ने मोदी को ब्रिटेन में आने से रोकने की कोशिश की थी।
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आज आएंगे नतीजे
गुरुवार को लंदन के अलावा ब्रिस्टल, लिवरपूल और सेलफोर्ड में भी मेयर के चुनाव के लिए लोगों ने वोट डाले। इसके अलावा स्कॉटलैंड की संसद, नेशनल असेंबली ऑफ वेल्स, नॉर्दन आयरलैंड एसेंबली के लिए भी वोट डाले गए। नतीजे शुक्रवार यानि आज आने की उम्मीद है।