तरूण विजय की टिप्पणी पर लोस में हंगामा, कार्यवाही बाधित
लोकसभा में सोमवार को तरुण विजय के विवादित बयान पर जोर-शोर से हंगामा हुआ।
नई दिल्ली, प्रेट्र/आइएएनएस : भाजपा नेता तरुण विजय की कथित नस्ली टिप्पणी के लिए विपक्ष ने सोमवार को लोकसभा में जमकर हंगामा व नारेबाजी की और उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। इस वजह से सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष को शांत करने का प्रयास करते हुए केंद्रीय मंत्रियों राजनाथ सिंह और अनंत कुमार ने कहा कि देश पंथनिरपेक्ष है और उस व्यक्ति (तरुण विजय) ने माफी भी मांग ली है।
सरकार ने आश्वासन दिया कि देश में जाति, पंथ, रंग और धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।तरुण विजय की टिप्पणी को लेकर शून्य काल में सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आश्चर्य जताया कि क्या दक्षिण भारत के लोग भारत के नागरिक नहीं हैं। उन्होंने सरकार से पूछा कि तरुण विजय के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है। वह कोई साधारण व्यक्ति नहीं हैं। वह राज्यसभा के पूर्व सदस्य हैं और भाजपा की विचारधारा पर कई किताबें भी लिख चुके हैं।
खड़गे ने कहा कि उनकी टिप्पणी देश की एकता के लिए 'खतरा' है और क्या आप देश को विभाजित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर यह सब जारी रहा तो राज्य स्वतंत्रता की मांग उठाने लगेंगे। खड़गे ने टिप्पणी की तुलना हिटलर की विचारधारा से करते हुए कहा कि इससे आपकी मानसिकता का पता चलता है। उन्होंने (तरुण विजय) देश को तोड़ने की बात कही है। यह देशविरोधी है और उनके खिलाफ देशद्रोह की प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह (तरुण विजय) किसी सदन के सदस्य नहीं हैं इसलिए वह उनका नाम नहीं लेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी का बचाव नहीं किया सकता, लेकिन उन्होंने माफी मांग ली है लिहाजा अब इस बारे में सवाल उठाए जाने की जरूरत नहीं है।
राजनाथ सिंह के बयान के बावजूद जब विरोध जारी रहा तो स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा, 'यह (सदन) अदालत नहीं है।' संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने भी विपक्षी सदस्यों को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा, 'हम सब एक है और यह देश भी एक है।' 12.45 बजे जब सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो अनंत कुमार ने कहा कि गृह मंत्री अपना जवाब दे चुके हैं और तरुण विजय भी माफी मांग चुके हैं। उन्होंने कहा, 'खड़गे जी, कृपया मतभेद पैदा करने की कोशिश मत कीजिए.. एक भारत, महान भारत।' मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस और वामपंथियों समेत विपक्ष के सदस्य वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे।
प्रश्नकाल के दौरान भी विपक्षी सदस्यों ने वेल में आकर नारेबाजी की। इससे पहले प्रश्नकाल में अनंत कुमार ने विपक्ष से अनुरोध किया कि वह वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण को तो सवालों का जवाब देने दें क्योंकि वह भी दक्षिण से ही आती हैं।
यह भी पढ़ें: दक्षिण भारतीयों पर नस्लभेदी टिप्पणी कर फंसे भाजपा सांसद तरुण विजय